गाजियाबाद। जनपद में कोविड-19 (कोरोना वायरस) का प्रकोप निरंतर बढ़ रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टेंशन भी बढ़ गई है। एक बार फिर से दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर सील कर दिया गया है। सिर्फ पास वालों को ही जिले में प्रवेश की अनुमति होगी। इस आदेश के बाद गाजियाबाद से दिल्ली काम करने जाने वालों के बीच हड़कंप मच गया है। कोरोना से निपटने के लिए जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के निर्देश पर सोमवार को दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर को सील किया गया। वहीं,जिले में सोमवार को चपरासी समेत 5 नए मरीज कोरोना संक्रमित की पुष्टि हुई हैं। जिले में शहरी क्षेत्र जहां रेड जोन में चला गया है। वहीं,जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढऩे के बाद कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा-232 तक पहुंच गया है। वहीं,सोमवार को सरकारी लैब से आई 96 रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि प्राइवेट लैब से जांच कराने के बाद 5 मरीज कोरोना संक्रमित पाए जाने की पुष्टि हुई है। इनमें चपरासी स्वास्थ्य विभाग का है। 41 वर्षीय व्यक्ति की यशोदा की लैब से रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं कोरोना को मात देेकर 17 मरीज स्वस्थ होने के बाद घर लौटा दिए गए है। स्वस्थ होने वाले मरीजों का आंकड़ा 194पर पहुंच गया हैं। एक्टिव केस अब 33 रह गए हैं। सीएमओ डॉ.एनके गुप्ता ने बताया कि सोमवार को प्राइवेट लैब से कराई गई जांच के बाद चपरासी समेत 5 कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। जिले में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या-232 तक पहुंच गई है। इन्हें कोविड लेवल-2 सेक्टर-23 संजयनगर संयुक्त अस्पताल और राजेंद्रनगर स्थित ईएसआई अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एहतियात के तौर पर मरीजों के परिजनों को कोरेंटीन किया गया हैं। देर रात तक सैंपलों की रिपोर्ट आई तो कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ सकती हैं। सीएमओ डॉ. एन.के. सिंह की संस्तुति पर यह फैसला लिया गया है।
ऐसे में अनावश्यक कार्य से बॉर्डर से आवागमन करने की अनुमति नहीं होगी। बॉर्डर पर पहले की तरह सख्ती करने का निर्णय लिया गया है। जिलाधिकारी के मुताबिक जनपद में पिछले दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। अधिकांश पॉजिटिव मामले गाजियाबाद-दिल्ली के बीच आवागमन करने वालों से संबंधित हैं। उन्होंने बताया कि भारी वाहन/ट्रकों से माल ढुलाई/बैंकिंग सुविधाओं से जुड़े वाहन, आवश्यक वस्तुओं एवं औषधियों से संबंधित वाहनों को बिना किसी पास के गाजियाबाद की सीमा से निकलने की अनुमति होगी। डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस, बैंक कर्मियों के लिए किसी पास की जरूरत नहीं है। इनका परिचय पत्र ही पर्याप्त होगा। एम्बुलेंस बिना किसी रोक-टोक के आवागमन सुनिश्चित करेगी। भारत सरकार में कार्यरत उप सचिव और उसके ऊपर के अधिकारी को केवल अपना परिचय पत्र दिखाना होगा। केंद्र एवं दिल्ली सरकार के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को अपने कार्यालय से अलग से पास जारी कराना होगा। यह पास प्रतिदिन अथवा साप्ताहिक का हो सकता है। वकीलों को परिचय पत्र दिखाकर बॉर्डर से एंट्री मिल सकेगी।
बॉर्डर पर पुलिस को सघन चैकिंग करने के आदेश दिए गए हैं। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। बॉर्डर पर तैनात पुलिस पूछताछ कर सकेगी। पुलिस पास चेक करेगी और जब आश्वास्त होगी तभी किसी को गाजियाबाद में प्रवेश दिया जाएगा। गाजियाबाद में कई ऐसे सरकारी कर्मचारी हैं जो दिल्ली में काम करते हैं। सरकारी कर्मचारियों के 33 फीसदी सीमा निर्धारित करते हुए कार्यालयों में उपस्थिति के निर्देश हैं लेकिन इसका पालन नहीं हो रहा है। ऐसे कर्मचारियों के लिए 33 फीसदी की सीमा के आधार पर दफ्तर से पास जारी होंगे जिन्हें साप्ताहिक और दैनिक आधार पर जारी किया जाएगा, उन्हें ही अनुमति होगी। डीएम ने कहा कि दिल्ली के हॉटस्पॉट इलाके से गाजियाबाद आने वालों को किसी भी तरह प्रवेश नहीं दिया जाएगा, भले ही उनके पास प्रवेश के लिए अनुमति ही क्यों न हो। वहीं गाजियाबाद के हॉटस्पॉट इलाकों के लोगों को भी बाहर जाना पूर्ण प्रतिबंध है।
बॉर्डर सील में ये रहेंगे मुख्य बिंदू
- भारी वाहन व ट्रकों से माल ढुलाई करने वाले वाहनों, बैंकिंग सुविधाओं से जुड़े वाहन व आवश्यक वस्तुओं एवं दवाओं से जुड़े वाहनों को बिना किसी पास व पूछताछ के सीमा में प्रवेश की अनुमति रहेगी
- डॉक्टर, पैरामैडिकल स्टाफ, पुलिस, बैंक कर्मियों के लिए किसी पास की आवश्यकता नहीं होगी, ये लोग अपना परिचय पत्र लेकर चलेंगे, इसी परिचय पत्र को मान्यता होगी
- एंबुलेंस बिना किसी रोक-टोक के आवागमन कर सकेगी
- भारत सरकार में कार्य करने वाले उप सचिव और उसके ऊपर के अधिकारी जो गाजियाबाद से दिल्ली जाते है, उन्हें केवल अपना परिचय पत्र दिखाना होगा। इस परिचय पत्र को मान्यता प्रदान करते हुए आवागमन में छूट रहेगी