रुद्रप्रयाग। प्रमुख सचिव प्रधानमंत्री भारत सरकार पीके मिश्रा एक दिवसीय केदारनाथ भ्रमण पर पहुंचे। सुबह करीब 9 बजे वायुसेना के हेलीकॉप्टर से उन्होंने वीआईपी हेलीपैड पर लैंडिंग की। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी डॉक्टर सौरभ गहरवार एवं पुलिस अधीक्षक विशाखा, केदार सभा अध्यक्ष पंडित राजकुमार तिवारी ने उनका स्वागत किया। हेलीपैड पर उतरते ही उन्होंने केदारनाथ क्षेत्र एवं आपदा की जानकारी लेनी शुरू कर दी। जिसके बाद उन्होंने मंदिर में प्रवेश कर बाबा केदारनाथ का रुद्राभिषेक एवं विशेष पूजा-अर्चना कर समस्त विश्व एवं जन कल्याण की कामना की। एक दिवसीय केदारनाथ भ्रमण पर शनिवार को पहुंचे प्रमुख सचिव प्रधानमंत्री भारत सरकार पीके मिश्रा, प्रधानमंत्री के सलाहकार अमित खरे, मुख्य सचिव उत्तराखंड सरकार एसएस संधू, उप सचिव पीएमओ मंगेश घिल्डियाल, पर्यटन विभाग उत्तराखंड सरकार के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) भास्कर खुल्बे, पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे वायुसेना के हेलीकॉप्टर से वीआईपी हैलीपैड पर पहुंचे। जिसके बाद उन्होंने मंदिर में प्रवेश कर धर्मपत्नी के साथ बाबा केदारनाथ का रुद्राभिषेक एवं विशेष पूजा-अर्चना कर समस्त विश्व एवं जन कल्याण की कामना की।
करीब 30 मिनट की पूजा अर्चना के बाद उन्होंने केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों का निरीक्षण शुरू किया। इसी बीच उन्होंने केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी से केदारनाथ धाम के विकास कार्यों के लिए उनके सुझाव लिए एवं समस्याएं भी सुनींञ सबसे पहले उन्होंने मुख्य सचिव से केदारपुरी में बने पुराने एवं नए आवासों की बनावट एवं क्षमता की जानकारी ली। जिसके बाद उन्होंने ईशानेश्वर मंदिर एवं भीम शिला के दर्शन किए। इस दौरान मुख्य सचिव ने उन्हें आपदा के समय भीम शिला ने कैसे मंदिर की रक्षा की यह जानकारी दी, इसके पश्चात् उन्होंने शंकराचार्य समाधि के दर्शन कर निर्माणाधीन शिव उद्यान का निरीक्षण कर प्रगति की जानकारी ली। प्रमुख सचिव प्रधानमंत्री भारत सरकार पीके मिश्रा ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि वह करीब 50 साल बाद केदारनाथ धाम में दर्शन करने को पहुंचे हैं। अपनी पिछली यात्रा के दौरान उन्होंने पैदल यात्रा कर केदार घाटी का अनुभव लिया था। उन्होंने कहा कि पिछले 50 सालों में केदार घाटी में बड़े परिवर्तन हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यहां बाबा केदारनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करना सौभाग्य की बात है। उन्होंने संबंधित एजेंसियों एवं जिलाधिकारी से भवनों का उद्देश्य पूछा। सभी एजेंसियों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने भवनों के निर्माण में आ रही समस्याओं की जानकारी भी ली।
जिलाधिकारी को भवनों के अधिग्रहण में तेजी लाते हुए गोल चबूतरे से मंदिर परिसर तक कॉरिडोर का कार्य तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने रेन शेल्टर, मंदाकिनी एवं सरस्वती नदियों के घाट पर चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए पूरे क्षेत्र में क्या व्यवस्थाएं और सुविधा दी जाएंगी उसकी जानकारी ली। वहीं उन्होंने निर्माण कार्यों में जुटे मजदूरों एवं कर्मचारियों का ध्यान रखने एवं सुविधाएं उपलब्ध करवाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए। इस अवसर पर एडीएम बीर सिंह बुदियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी केडीए योगेन्द्र सिंह, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, सीओ विमल रावत, कार्यकारी अधिकारी आरसी तिवारी, एसएचओ केदारनाथ मंजुल रावत, केदार सभा के राजकुमार तिवारी, महामंत्री अंकित सेमवाल, केदार सभा के सदस्य रोशन लाल त्रिवेदी, बृजेन्द्र शर्मा, धीरेन्द्र प्रसाद शुक्ला, साकेत बगवाड़ी, अन्य तीर्थ पुरोहित मौजूद रहे।