गन्ना समिति कार्यालय में हुए 75 लाख रूपये के घपले की जांच शुरू
संवाददाता@ थानाभवन। गन्ना समिति कार्यालय में 75 लाख रूपये के घपले का मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस के लिए अब जांच की खातिर कई सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि, पुलिस ने पूरे मामले की जांच के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। जल्द ही इस कड़ी में मुकदमें शामिल किए गए लोगों से पूछताछ की जाएगी और फिर जिन कंपनियों में पैसा भेजा गया, उनकी कुंडली खंगाली जाएगी। बता दें कि 25 जून को कस्बे के गन्ना समिति कार्यालय के सचिव भास्कर सिंह रघुवंशी की ओर से थाने में तत्कालीन सचिव, लेखाकार सहित नौ लोगों के खिलाफ 75 लाख रूपये का घपला करने का मुकदमा दर्ज कराया गया था।
अब मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने पूरे प्रकरण की तह तक जाने की शुरूआत कर दी है। पुलिस की मानें तो सबसे पहले मुकदमे के आरोपी बनाए गए तत्कालीन सचिव, लेखाकार व तीसरे कर्मचारी से पूछताछ होगी। इसके बाद खाता खुलवाने वाले व्यक्ति और तालिबपुर गांव के बैंक के मैनेजर से पुलिस सच्चाई जानने की कोशिश करेगी। इसके अलावा जिन चार कंपनियों के खाते में बैंक से 75 लाख रूपये डाले गए। उनका असली अस्तित्व जानने का भी पुलिस प्रयास कर रही है। थाना प्रभारी प्रभाकर कैंतुरा ने बताया कि यह मामला काफी फैला हुआ है। इसकी तह तक जाने के लिए अभी कई लोग पुलिस पूछताछ की रडार पर हैंँ।
एक-एक करके सभी से पूछताछ की जाएगी। संभावना जताई जा रही है कि इस लापरवाही में अन्य भी कई लोगों के शामिल होने का भी शक है। पूरे प्रकरण का खुलासा करने के लिए कई टीमों का गठन किया जा रहा है। जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद पूरे मामले की हकीकत और असल दोषियों का पता चल सकेगा और इसके बाद ही आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पहले दिन इंटर कॉलेजों में बनाई गई समितियां
संवाददाता@ थानाभवन। लॉकडाउन लगने के बाद सरकार के आदेश पर सोमवार को प्रदेश के सभी इंटर कॉलेज खोल दिए गए। हालांकि, पहले दिन स्कूल में कोई छात्र नहीं पहुंचा था। बस स्टॉफ ने सरकारी कार्यों का निपटारा करने के साथ कॉलेज में पौधारोपण किया।
कस्बे के लाला लाजपत राय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य चंद्रेश्वर कुमार ने बताया कि सोमवार सुबह पौने आठ बजे से लगभग पूरा स्टॉफ कॉलेज में पहुंच चुका था। चूंकि, अब जल्द कॉलेज में प्रवेश शुरू होने वाले हैं। इस बात के मद्देनजर बैठक आयोजित की गई। इसमें अनुशासन समिति, प्रवेश समिति के साथ सोशल डिस्टेंसिंग से नए छात्रों के दाखिले की योजना बनाई गई। उन्होंने बताया कि चूंकि सरकार के आदेश के बाद अब ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जाएगा। इस संबंध में 15 जुलाई को सभी अध्यापकों के साथ बैठक आयोजित होगी। इस बैठक में तय किया जाएगा कि अध्यापक कॉलेज आकर बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाएंगे या फिर वह यह शिक्षण कार्य अपने घर से ही संपन्न करेंगे। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन कक्षाओं के लिए समय सारणी बनाने की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है। सबसे पहले पूर्व की छूटी हुई कक्षाओं का कोर्स पूरा कराया जाएगा। इसके बाद आगे की पढ़ाई शुरू की जाएगी। इसके लिए सभी अध्यापकों की जिम्मेदारी तय की जा रही है। अंत में कॉलेज में पौधारोपण अभियान चलाया गया। इसमें सभी अध्यापकों ने कॉलेज के परिसर में पौधारोपण किया और प्रत्येक समय-समय पर पौधे रोपने की शपथ ली।