पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दो को हिरासत में लिया
संवाददाता@ थानाभवन। छत पर लेंटर डालने को लेकर उमरपुर गांव में एक दिन पहले हुए दो पक्षों में संघर्ष के बाद एक व्यक्ति ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मौत की खबर पर मृतक के घर में कोहराम मच गया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में ले लिया है।
क्षेत्र के गांव उमरपुर में शुक्रवार सुबह छत पर लेंटर डालने को लेकर दो पक्षों में विवाद के बाद संघर्ष हो गया था। इस दौरान हुई जमकर मारपीट में एक पक्ष से सुखपाल, प्रेमो व नितिन तथा दूसरे पक्ष से महेश रोहित, सनी, गोपाल व रवि घायल हो गए थे। घायलों में दोनों पक्षों से गंभीर सुखपाल व महेश को प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया था। जहां मुजफ्फरनगर में बीती रात उपचार के दौरान महेश ने दम तोड़ दिया। घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। थाना प्रभारी प्रभाकर कैंतूरा ने बताया कि मृतक के परिवार की ओर से दूसरे पक्ष के सोनू, जगबीर, मुकेश व नितिन के खिलाफ हत्या करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने तहरीर के आधार पर चारों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए मुकेश व अनिल को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।
बाइक फिसलने से एक घायल, दूसरा गंभीर
सामान खरीदने के लिए थानाभवन आ रहे थे दोनों
संवाददाता@ थानाभवन। उन मार्ग पर बाइक फिसलने से दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में एक युवक ने जहां सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया। वहीं दूसरे को उपचार के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। परिजनों ने इस संबंध में किसी भी पुलिस कार्रवाई से इंकार कर दिया।
क्षेत्र के गांव भनेड़ा उद्दा निवासी गालिब पुत्र अब्दुल गफ्फार उम्र 17 वर्ष अपने साथी सुभान पुत्र साजिद के साथ शनिवार सुबह करीब छह बजे बाइक से थानाभवन सामान लेने के लिए निकला। जैसे ही वह भनेड़ा गांव से कुछ दूरी पर चला तो अचानक से उनकी बाइक फिसल गई और दोनों घायल होकर सड़क किनारे जा गिरे। शोर-शराबा होने से आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को उठाकर पुलिस को फोन किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को कस्बे के सामुदायिक चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने गालिब को मृत घोषित कर दिया। वहीं, सुभान को गंभीर हालत के चलते जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। युवक की मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मचा हुआ है। थाना प्रभारी प्रभाकर ने बताया कि परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया है। जिसके बाद पुलिस ने शव को उनके सुपुर्द कर दिया। इस संबंध में कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते।