कैनविन ने अब तक 36 लोगों का कराया प्लाज्मा डोनेट: नवीन गोयल

मंगलवार को भी कराए गए 3 प्लाज्मा डोनेट
टीम कैनविन का अन्य सेवाओं के साथ प्लाज्मा डोनेट कराने पर है पूरा फोकस
IN8@गुरुग्राम… कैनविन फाउंडेशन के सह-संस्थापक एवं बीजेपी के जिला सचिव नवीन गोयल ने कहा कि कोरोना महामारी में प्लाज्मा डोनेट कराने के लिए दिन-रात प्रयासरत है। अब तक संस्था ने 36 उन लोगों का प्लाज्मा डोनेट कराया है, जो कि कोरोना को हराकर ठीक हुए हैं। उन्हीं लोगों का प्लाज्मा कोरोना पॉजिटिव को लगाया जा सकता है, जो कि कोरोना पॉजिटिव होकर ठीक हुए हों।
अपनी टीम के कार्य की प्रशंसा करते हुए नवीन गोयल ने कहा कि कैनविन के सभी सदस्यों का पूरा फोकस इसी पर है कि अधिक से अधिक प्लाज्मा डोनेट कराए जाएं, ताकि कोरोना से संक्रमित हो रहे लोगों को ठीक होने में मदद मिल सके। जब से गुरुग्राम में प्लाज्मा बैंक शुरू हुआ है, तब से लेकर अब तक कैनविन फाउंडेशन ने 36 लोगों का प्लाज्मा डोनेट करवा दिया है। उन्होंने कहा कि जो लोग ठीक हो चुके हैं, वे कैनविन फाउंडेशन से प्लाज्मा डोनेट करने के लिए संपर्क कर सकते हैं। उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। उन्हें पिक एंड ड्रॉप की सुविधा दी जाएगी। साथ ही उनकी सेहत का पूरा ख्याल रखा जाएगा। नवीन गोयल का कहना है कि किसी का जीवन बचाने का हमारे पास यह मौका है, इसलिए हमें पीछे नहीं हटना चाहिए।

कैनविन फाउंडेशन के सह-संस्थापक एवं बीजेपी के जिला सचिव नवीन गोयल


कैनविन फाउंडेशन दिन-रात इस काम में लगी है। कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन में भी संस्था ने लोगों की सेहत के साथ-साथ उनके खाने-पीने का इंतजाम किया। दवाओं की होम डिलीवरी कराई। अन्य कई सेवाएं सुचारू रूप से चलाई जा रही हैं। अब जिस तरह से कोरोना पीडि़तों के लिए प्लाज्मा डोनेट करने को संस्था लगातार काम कर रही है, जिला का स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन भी संस्था के कार्यों की सराहना कर रहा है। जिला उपायुक्त अमित खत्री और सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव द्वारा कैनविन के समाजहित के कार्यों के लिए संस्था का हौंसला बढ़ाया गया है।


नवीन गोयल का कहना है कि जीवन में अपने लिए जीने के साथ-साथ दूसरों के लिए हम रक्तदान, प्लाज्मा दान करके खुद के जीवन का ध्येय बना सकते हैं। क्योंकि इंसानों का खून इंसानों को ही लग सकता है। किसी जीव-जंतु का खून इंसानों को नहीं लगाया जा सकता। इसलिए रक्तदान के प्रति भी लोग जागरुक रहें और नियमित तौर पर रक्तदान करते रहें। लॉकडाउन में रक्त की अस्पतालोंं में बहुत कमी महसूस की गई। इस कमी को दूर करने के लिए हमें अधिक से अधिक रक्त दान करना होगा। क्योंकि यह सर्वश्रेष्ठ दान है। सर्वोत्तम दान है। इससे हम दूसरों का जीवन बचाते हैं।