कोविड महामारी के बाद बाल श्रम को रोकना होगा अहम

कोरोना के कारण बाल श्रम की ओर धकेले जा सकते हैं लाखों बच्चे
संवाददाता@ गुरुग्राम : ऑनलाइन कोविड महामारी के बाद बाल श्रम पर संगोष्ठी का आयोजन स्कूल द्वारा किया गया, जिसमे रेलवे चिल्ड्रन इंडिया के सीइओ सेल्लराजु सुकुमार ने बताया कि महामारी के कारण अनौपचारिक क्षेत्र के 90 प्रतिशत श्रमिकों की जीविका और व्यापर पर प्रभाव पड़ा है, और इसका सीधा प्रभाव बच्चो को होगा, यह संकट भविष्य में लाखो बच्चो को बाल श्रम की और धकेल सकता है। उन्होंने कहा कि छोटे बालको को बाल मजदूरी करते हुए देखे तो उसकी जानकारी 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर या रेलवे स्टेशन पर जुवेनाइल जस्टिस को दे ताकि उनकी सहायता हो सके। सत्यजीत सेनगुप्ता ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि कोविड-19 संकट के कारण लाखों बच्चों को बाल श्रम में धकेले जाने की आशंका है। ऐसा होता है तो बीस साल में यह पहली बार है जब बाल श्रमिकों की संख्या में इजाफा होगा। स्कूल की प्रिंसिपल नीलिमा कामराह ने कहा कि महामारी की वजह से बहुत लोगो ने अपनी जीवनी खो दी है और इस से सबसे ज्यादा पीडि़त बच्चे हो रहे है। हम अपने स्तर पर इसे रोकने के लिए उनके अभिभावको को काम देकर उनकी जीवनी में मदद कर सकते है। बाल श्रम को रोकने के लिए निजी और सरकारी संस्थाओ को मिलकर काम करना होगा