पिछले कुछ दिनों से नाबालिक लड़कियों के साथ दुष्कर्म के मामले बढ़ते जा रहें हैं। लेकिन अपराधियों में पुलिस प्रशासन का खौफ रत्ती भर भी नहीं दिख रहा है। अभी कुछ दिन पहले दिल्ली में निर्भय जैसी घटना दोबारा देखने को मिली और यूपी में तो लगातार ऐसे मामले सामने आ रहें है। जब तक सरकार इन अपराधियों पर कड़े फैसले नहीं लेगी तब तक हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। अब अगर निर्भय जैसे फैसले आएंगे (अपराध के 7 सात साल बाद) तो अपराधियों के हौंसले तो बुलंद होंगे ही। दूसरा वो वकील जो जानते हैं कि अपराधियों ने कैसा खिनौना काम किया है। बावजूद इसके उनका केस लड़ते है। नए नए पैतरे अजमाते हैं और उन्हें बचाने के लिए पूरी ताकत लगा देते हैं। हाल फिलहाल में नाबालिग बच्चियों के साथ हुई दरिंदगी में अपराधियों को सिर्फ गिरफतार कर जेल भेज दिया गया। क्या उससे उन बेटियों को न्याय मिल गया। क्या सरकार का काम खत्म हो गया। नहीं हुआ, उन सभी अपराधियों को उसी जगहा लाकर सबके सामने फांसी दे देनी चाहिए।
ऐसे अपराधियों का फैसला तत्काल प्रभाव से करना चाहिए। जिससे उनके अन्दर भी डर पैदा हो और वकील बंधुओं को भी इन अपराधियों का केस नहीं लड़ना चाहिए जिससे ऐसे अपराधी ये गुनाह करने से पहले कई बार सोचे! ना जाने सरकार ऐसे फैसलों पर कब कदम उठाऐगी।
Pramod Sharma
Editor