लैब संचालन से पूर्व डॉक्टर व लैब टेक्नीशियन की हो तैनाती: सीडीओ

-आरटीपीसी लैब में कोरोना संदिग्धों की होगी जांच

प्रमोद शर्मा@ गाजियाबाद। जिला अस्पताल में रीयल टाइम पॉलीमर्स चेन रिएक्शन (आरटीपीसीआर) लैब की तैयारियां तेज हो गई हैं। सीडीओ अस्मिता लाल ने लैब शुरू होने से पहले स्वास्थ्य विभाग को मानव संसाधन की पर्याप्त व्यवस्था कर लेने के निर्देश दिए हैं। सोमवार को जिला सभागार में सीडीओ ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की।

उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण की जांच जिले में करने के लिए लैब बनाई जा रही है, मगर ऐसा न हो कि लैब महज खानापूर्ति बनकर रह जाए। लैब के संचालन से पहले वहां डॉक्टर व लैब टेक्नीशियन तैनात किए जाएं व उनका प्रशिक्षण भी पूरा किया जाए ताकि सैंपलिंग के काम में कोई रूकावट न आए। जिले में सरकारी स्तर पर पहली आरटीपीसी लैब होगी, जिसमें कोरोना संदिग्धों की जांच हो सकेगी। अभी तक मामले दिल्ली, नोएडा व मेरठ भेजे जा रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव पर शासन ने लैब संचालन की अनुमति दी है, जिसके बाद लैब का काम शुरू किया गया। लैब में सिविल और इलैक्ट्रिकल काम चल रहा है।

मशीनें भी आना बाकी हैं। सीएमओ डॉ. एन.के. गुप्ता ने बताया कि लैब के लिए 2 चिकित्सक और 15 लैब टेक्नीशियन की ट्रेनिंग भी आरंभ हो गई है। सीडीओ ने बैठक में निर्देश दिए हैं कि लैब में पहले दिन से काम-काज शुरू हो सके, इसके लिए पर्याप्त स्टाफ की तैनाती पहले से सुनिश्चित कर ली जाए। इस लैब में प्रतिदिन कम से कम 500 सैंपल की जांच हो सके, इसे सुनिश्चित किया जाए। बैठक में एडीएम (वित्त एवं राजस्व) यशवर्धन श्रीवास्तव, एडीएम (प्रशासन) संतोष कुमार वैश्य, एडीएम (एलए) मदन सिंह गर्ब्याल, एडीएम (सिटी) चंद्रपाल तिवारी, डॉ.आर.के. यादव, डॉ. ज्ञानेंद्र मिश्रा, परियोजना निदेशक पी.एन. दीक्षित आदि मौजूद रहे।