श्रद्धालुओं द्वारा गाइडलाइन का पालन न करने पर दूधेश्वर नाथ मंदिर बंद

6 जुलाई से 31 जुलाई तक बन्द रहेगा, सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हुआ पालन
सावन के पहले सोमवार दिखा कोरोना संक्रमण का असर


विनोद पांडे@ गाजियाबाद। शहर के प्राचीन मंदिर दूधेश्वर नाथ में श्रद्धालुओं के शासन द्वारा तय गाइडलाइन का पालन न करने पर इसे 31 जुलाई तक के लिए बंद दिया है। आज सावन का पहला सोमवार होने के कारण हजारों की संख्या में श्रद्धालु एकत्र हो गए। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर महंत नरायण गिरी ने दिन में दस बजे मंदिर बंद करने की घोषणा कर दी। उल्लेखनीय है कि इस बार सावन में पांच सोमवार पडऩे हैं।

जिसे देखते श्रद्धलुओं की सुविधा के लिए मंदिर प्रशासन ने चार दिन पहले ही सावन महीने मंदिर के खुलने का समय एक घंटा बढ़ा दिया था। यही नहीं सोमवार के दिन मंदिर को तड़के खोलने की भी घोषणा की गई थी। लेकिन इसके लिए शासन द्वारा तय गाइडलाइन का पालन करने के लिए मंदिर प्रशासन ने लोगों से आग्रह किया था।
सावन के पहला दिन आज संयोग से सोमवार पडऩे की वजह से हजारों की संख्या में भक्त तड़के ही मंदिर के मुख्य द्वार पर एकत्र हो गए। प्रशासन और पुलिस की मदद के अलावा मंदिर के स्वयंसेवक लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करन को कहा जा रहा था। मंदिर की व्यवस्था के अनुसार एक मंदिर में जलाभिषेक के लिए एक साथ केवल पांच लोगों को प्रवेश दिया जा रहा था। हालांकि दो तीन घंटे तक यह व्यवस्था ठीक चली। लेकिन इसी बीच बाहर लाइन में खड़े हजारों श्रद्धलुओं के कारण सोस डिस्टेसिंग का पालन नही कर पा रहे थे। मंदिर के अंदर सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा था लेकिन मंदिर के बाहर भक्त एक दूसरे से निकट खड़े अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।

लगातार भक्तों को समझाने के बाद भी स्थिति संभालने में नहीं आ रही थी। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी मनीष मिश्रा ने श्रद्घालुओं से सोशल डिस्टेंस के तहत लाइन में लगे रहने का अनुरोध किया। लेकिन मंदिर में भीड़ थमने का नाम नहीं ले रही थी। इस स्थिति को देखते हुए सुबह 11 बजे ही मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए व भक्तों से 31 जुलाई तक मंदिर बंद रहने की सूचना दी गई। मंदिर के महंत नारायण गिरी ने बताया कि इन दिनों कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है जिसकी वजह से एक ही स्थान पर अधिक लोगों के एकत्र होने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। 31 जुलाई तक मंदिर भक्तों के लिए बंद रहेगा।

इस बार मंदिर में आयोजित होने वाला कांवड़ मेला भी स्थगित कर दिया गया है व लोगों से श्रावण शिवरात्रि का पूजन अपने घरों में ही करने के लिए अपील की गई है। फिलहाल 31 जुलाई तक मंदिर बंद रहेगा इसके बाद भी प्रशासन के निर्देश पर ही मंदिर के कपाट खोले जाएंगे। इस दौरान मंदिर में कोई पूजा अर्चना नहीं करेंगे। आम लोगों को घर से ही रहकर पूजा करने की सलाह दी गई है। उल्लेखनीय है कि सावन का महीना तीन अगस्त तक है। इसी दिन रक्षाबंधन पर्व के साथ अंतिम सोमवार भी है।