साइबर सिटी पर ट्रपल अटैक,कोरोना के साथ डेंगू-मलेरिया की भी मार,संडे को चार की मौत

गुरुग्राम…. दीपावली त्योहार गया, छठ का पर्व भी समाप्त हो गया, स्वास्थ्य विभाग शासन प्रशासन के द्वारा कोरोना कोविड-19 से बचाव के लिए कोरोना प्रोटोकॉल पालन की आम जनमानस के सामने लक्ष्मण रेखा भी खींची गई । लगता है यही लक्ष्मण रेखा कोरोना कोविड-19 को अखरऩे लगी है । संडे को गुरुग्राम में संभवत पहली बार एक ही दिन में कोरोना कोविड-19 के कारण चार लोगों की मौत हुई है । जारी सप्ताह के दौरान सोमवार से लेकर रविवार तक गुरुग्राम में कोराना कोविड-19 के कारण मौत का आंकड़ा 22 का रहा है । यदि करोना कोविड-19 के कारण अभी तक मरने वालों की बात की जाए तो यह संख्या 263 तक पहुंच गई है।


जिला गुरुग्राम में देहात में नए 59 केस के साथ कुल 649 में पॉजिटिव केस संडे को दर्ज किए गए हैं । इधर दीपावली और छठ पर्व समाप्त होने के साथ ही अब विवाह शादियों का सीजन सिर पर आने के साथ ही आम जनमानस अपने स्तर पर तैयारियां करने में भी जुट चुका है । दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा में विशेष रुप से जिला गुरुग्राम में कोरोना कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए और इसके साथ ही कोविड-19 के स्कूलों में एंट्री करने के कारण हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री को कुछ कठोर फैसले भी लेने पड़े हैं । स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री अनिल विज के द्वारा सभी जिला उपायुक्त और जिला पुलिस अधीक्षक को स त निर्देश दिए गए हैं कि बिना मास्क पहने लोगों के साथ किसी भी प्रकार की सहानुभूति नहीं बरती जानी चाहिए । हालांकि सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में अवकाश हेतु अवकाश घोषित कर 30 नवंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है । लेकिन बड़ा सवाल यह है कि तेजी से पांव फैला रहे कोरोना कोविड-19 को ऐसे किस प्रकार के आदेश अथवा निर्देश दिए जाएं कि वह भी छुट्टी पर चला जाए ?

सिटी से बाहर देहात कहवाले इलाके में संडे को पटौदी ब्लॉक में जो कि कोरोना कोविड-19 के लिए हॉटस्पॉट बना हुआ है , यहां एक बार फिर 43 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं । साथ लगते फरूर्खनगर ब्लॉक में केवल मात्र चार और सोहना ब्लॉक में यह सं या एक दर्जन करोना कोविड-19 पॉजिटिव केस की संडे को दर्ज की गई है । स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक जिला में कोरोना कोविड-19 के 5264 पीडि़तों को होम आइसोलेशन में रखा गया है । वहीं बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना कोविड-19 के 636 व्यक्ति स्वस्थ होने वालों में शामिल है । जब से कोरोना कोविड-19 ने गुरुग्राम जिला के साथ-साथ आसपास के जिला देहात के इलाके में पांव जमाए हैं तब से लेकर 22 नवंबर संडे तक 40206 कोरोना कोविड-19 पॉजिटिव केस की पहचान की जा चुकी है । वही 38250 पीडि़त इस बीमारी से अपने आप को रिकवर कर स्वस्थ होने वालों में शामिल हैं।


एक दिन पहले ही शनिवार को गुरुग्राम में रिकॉर्ड तोड़ 939 पॉजिटिव केस एक ही दिन में दर्ज किए गए । यह सं या वास्तव में बहुत ही बड़ी और गंभीर चिंता का कारण भी है । संडे को बेशक से पॉजिटिव केस की सं या में कमी आई है । लेकिन जारी सप्ताह में जहां लगातार प्रतिदिन करोना कोविड-19 के कारण तीन लोगों की मौत हो रही थी, यह सं या संडे को एक ही दिन में कोरोना कोविड-19 से 4 मौत के रूप में सामने आई है । ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग , जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन के डर को छोडक़र आम इंसान अथवा जनमानस को कोरोना कोविड-19 से अपने आप को बचाए रखने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मास्क पहनना चाहिए और सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से भी बचना ही होगा।


डेंगू के 45 व मलेरिया के 4 मामले आए सामने: साईबर सिटीवासी जहां कोरोना से लड़ाई लड़ रहे हैं, वहीं अब धीरे-धीरे डेंगू ने भी पैर पसारने शुरु कर दिए हैं। डेंगू दिनोंदिन अपनी पकड़ मजबूत करता जा रहा है। गत 2 माह में डेंगू के 45 तथा मलेरिया के 4 मरीज सामने आए हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इसकी गंभीरता को देखते हुए जांच प्रक्रिया शुरु कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग करीब 11 लाख घरों से लार्वा की जांच करा चुका है। वर्ष 2019 में डेंगू के केवल 22 मामले थे। इस वर्ष यह संख्या 45 है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अधिकांश डेंगू के मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। बावजूद इसके जलजमाव व स्थानीय लोगों की लापरवाही समस्या को बढावा दे रही है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को जागरुक करने के अतिरिक्त दवाओं के छिडक़ाव में तेजी लाने के आदेश जारी कर दिए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 4600 घरों को नोटिस देने के अलावा 10 लाख 81 हजार से अधिक घरों में मच्छरों के पनपने वाले लार्वा की जांच की जा चुकी है। यदि लोगों द्वारा सावधानी नहीं बरती गई तो पहले से कोरोना की मार झेल रहे लोगों को संक्रमण की दोहरी मार झेलनी पड़ सकती है। चिकित्सकों के अनुसार इसके शुरुआती दौर में सबसे पहले रोगी को बदन में दर्द, बुखार, थकन, भूख न लगना आदि लक्षण दिखाई देते हैं। नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डा. आशीष सिंगला से प्राप्त जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा अब तक शहर के 11 लाख से अधिक घरों से लार्वा की जांच की जा चुकी है। उन्होंने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि अपने घरों, गमलों, टायरों व प्लास्टिक के डब्बों में पानी न ठहरने दें, सफाई पर ध्यान दें। यदि आस-पास किसी स्थान पर पानी हो तो उसमें मिट्टी के तेल या क्रॉसीन की कुछ बूंदें डाल दें।