- हनुमान धाम पर मेधावी छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित
- कई जगह हवन पूजन के कार्यक्रम आयोजित, औजारों की हुई पूजा अर्चना
दीपक वर्मा@शामली। महान शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा जयंती गुरुवार को जिलेभर मंे उल्लास एवं भक्ति भावना के साथ मनायी गयी। इस अवसर पर मंदिर हनुमान टीला सहित कई स्थानों पर हवन, पूजन तथा भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें लोगों ने बढ-चढकर भाग लिया। इस अवसर पर भगवान विश्वकर्मा के बारे में विस्तार से जानकारी भ दी गयी। जानकारी के अनुसार महान शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा की जयंती जिलेभर में धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी। इस अवसर पर शहर में विभिन्न स्थानों पर हवन, पूजन व कार्यक्रमों के आयोजन किए गए। मंदिर हनुमान टीला हनुमान धाम पर श्री विश्वकर्मा सभा द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सुबह भगवान विश्वकर्मा जी के मंदिर में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ के यजमान विकास धीमान, भूषण विश्वकर्मा, चंद्रप्रकाश विश्वकर्मा, कमलकांत धीमान सपत्नीक रहे। इसके पश्चात समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं कुशाग्र धीमान, लावण्य धीमान, पलक धीमान, विशांत विश्वकर्मा, मिताली विश्वकर्मा, गुनगुन धीमान, पुमोरी जगदेव, शैलेन्द्री, अभिषेक को महिला थाना प्रभारी नीरज चैधरी द्वारा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अजय बाबू शर्मा को श्री विश्वकर्मा रत्न से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेन्द्र स्वामी प्रधान व संचालन संजय धीमान ने किया। इस अवसर पर रमेश विश्वकर्मा, सुभाष धीमान, दिनेश धीमान, त्रिलोक जांगिड, वीरेन्द्र विश्वकर्मा, मनोज जांगिउ, महेश धीमान, विनोद पांचाल, टिंकू, शुभम जांगिड, गौरव विश्वकर्मा, अमित जांगिड महिला सभा अध्यक्षा कौशल्या आर्या, प्रेमलता धीमान, पूनम पांचाल सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे। दोपहर के समय धीमानपुरा स्थित श्री विश्वकर्मा मंदिर में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर मैनपाल पांचाल, श्रवण धीमान, सुंदर धीमान, विनोद पांचाल, शुभम धीमान, सचिन, नरेन्द्र धीमान आदि भी मौजूद रहे। शाम के समय विश्वकर्मा मंदिर धीमानपुरा में महिला सभा द्वारा भजन कीर्तन का आयोजन किया गया। वहीं माजरा रोड स्थित महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल में भगवान विश्वकर्मा जयंती उल्लास से मनायी गयी। इस अवसर पर पं. महेन्द्र भारद्वाज ने डा. विजय कुमार, राधा पांचाल प्रवक्ता, दिनेश चंद शर्मा प्रधानाचार्य, मनोज कुमार को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर महेन्द्र भारद्वाज ने भगवान विश्वकर्मा के जीवन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विश्वकर्मा भगवान आधुनिक युग के शिल्पी रहे हैं। उन्होंने सोने की लंका, कृष्ण भगवान का सुदर्शन चक्र, भगवान राम का पुष्पक विमान आदि का निर्माण कर उनके कार्यों में सहायता की। वहीं फैक्ट्रियों, कारखानों, दुकानों व घरों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना की गयी। इस अवसर पर मिस्त्रियों द्वारा अपने औजारों की भी पूजा अर्चना की गयी।