जीआईए ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उद्यमियों की परेशानियों से कराया अवगत

संवाददाता @ गुरुग्राम, : गुडग़ांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन (जीआईए) के अध्यक्ष जेएन मंगला ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल को पत्र भेजकर कहा कि गुडग़ांव औद्योगिक नगरी है, जहां देश व विदेश की कंपनियां हैं। दिल्ली मे रहने वाले हजारो की संख्या में फैक्ट्री मालिक/पार्टनर, अधिकारीगण तथा कामगार अपनी सेवाएं देने के लिए गुरूग्राम की औद्यौगिक इकाईयो में प्रतिदिन आते है। कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन की वजह से गुरूग्राम की औद्यौगिक इकाईयॉ बन्द करनी पड़ी जिससे प्रतिबन्ध के कारण दिल्ली से गुरूग्राम में आवागमन भी रूक गया। लॉकडाउन में ढील देने के साथ सरकार ने उद्यमियो को औद्यौगिक इकाईयॉ कुछ शर्तो के साथ पुन: शुरू करने का अवसर दिया तथा स्टाफ के लिए जिला स्तर एवं अन्र्तराज्यीय पास की ऑनलाईन व्यवस्था की। 28 मई तक दिल्ली गुरूग्राम बार्डर से फैक्ट्री मालिको व अधिकारियो के सुलभ आवागमन से उद्यमी किसी प्रकार औद्यौगिक इकाईयो में अपना कार्य कर रहे थे। परन्तु 29 मई को प्रात: से सरकार द्वारा दिल्ली गुरूग्राम बार्डर पुन: सील कर दिया गया जिससे दिल्ली से गुरूग्राम आने वाले हजारो फैक्ट्री मालिक/पार्टनर, अधिकारीगण तथा कामगारो को बार्डर पार नही करने दिया और औद्यौगिक इकाईयो में काम रूकने से भारी आर्थिक क्षति हुई। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के समाप्त होने में काफी समय लग सकता है और हमें समाजिक दूरी बनाते हुऐ व दिशा-निर्देशों का पालन करते हुऐ कार्य करते रहना है। ऐसी स्थिति में जबकि गुरूग्राम का उद्योग भारी वित्तीय संकट से ग्रस्त हो तथा दिषानिर्देषो के अनुसार पुन: परिचालन करते हुऐ सम्भलने का प्रयास कर रहा हो, ये पाबन्दियॉ औद्यौगिक इकाईयो के उबरने में बाधक बन सकती हैं और उद्मियो तथा कर्मचारियो की रोजी रोटी पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। उन्होंने आग्रह किया है कि प्रदेश सरकार दिल्ली गुरूग्राम बार्डर पर पाबन्दियो को प्रभावी बनाते हुए औद्यौगिक इकाईयो के मालिक/पार्टनर, अधिकारीगण तथा कामगार जो परिवार सहित दिल्ली में रहते है तथा गुरूग्राम में कार्य करने आते है उनके लिए अविलम्ब विशेष योजना बनाई जानी चाहिए और आवागमन हेतु ई-पास जारी करने की व्यवस्था होनी चाहिए।