-17.5 किलोग्राम पॉलीथिन जब्त कर 8 हजार रूपए जुर्माना वसूला
विनोद पांडेय @ गाजियाबाद। शहर को पॉलीथिन मुक्त बनाने के लिए नगर निगम ने एक बार फिर अभियान तेज कर दिया है। पहली बार में पॉलीथिन का प्रयोग करते पाए जाने पर हिदायत देकर छोड़ दिया जाएगा, दुसरी बार में जुर्माना वसूला जाएगा। लेकिन तीसरी बार पॉलीथिन का प्रयोग करते पाए जाने पर जुर्माने के साथ-साथ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।
म्युनिसिपल कमिश्रर डॉ. दिनेश चन्द्र सिंह ने बताया कि शहर को पॉलीथिन मुक्त बनाने के लिए निगम द्वारा अथक प्रयास किया जा रहा है। लोगों को पॉलीथिन के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। लेकिन इसके बाद भी ठेली-पटरी एवं दुकानदार के साथ शहर के संभ्रात लोग पॉलीथिन का उपयोग कर रहे है।
पॉलीथिन के खिलाफ खुद से जागरूकता जरूरी है, जब तक हम खुद घर से सब्जी व अन्य सामान लेने के लिए कपड़े का थैला लेकर नही निकलेगा तब तक हमारा शहर पॉलीथिन मुक्त नही हो सकता है। शहर को पॉलीथिन मुक्त बनाने के लिए आप सभी की सहभगिता जरूरी है। पॉलीथिन का प्रयोग करने वालों के खिलाफ अब सख्ती से पश आया जाएगा। जुर्माने के साथ अब मुकदमा दर्ज की भी कार्रवाई की जाएगी।
म्युनिसिपल कमिश्रर डॉ. दिनेश चन्द्र सिंह के निर्देश पर बुधवार को निगम टीम द्वारा पॉलीथिन के खिलाफ अभियान चलाया गया। अभियान में 17.5 किलोग्राम पॉलीथिन जब्त कर 8 हजार रूपए जुर्माना वसूला गया।
अभियान के दौरान निगम के कर्मचारी लोगों को यह समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि पॉलीथिन का प्रयोग 2 साल पहले ही प्रतिबंधित हो गया है। ऐसे में इसका प्रयोग न सिर्फ गैर कानूनी है बल्कि यह दंडनीय भी है। सिटी जोन में चलाए गए अभियान में दुकानदारों से 3 किलोग्राम पॉलीथीन जप्त कर ली गई जबकि उनसे जुर्माना लेने की बजाय कड़ी चेतावनी दी गई।
इसी प्रकार वसुंधरा जोर में 4 किलो ग्राम पॉलीथिन थैली पटरी वालों से जब्त कर उनसे 2500 रूपए का जुर्माना वसूला गया। कविनगर जोन के कर्मचारियों ने भी इधर-उधर घूम कर दुकानदारों से 3 किलोग्राम पॉलीथिन जब्त कर चेतावनी देकर 2000 रूपए जुर्माना वसूला गया। मोहन नगर जोन में सबसे अधिक पॉलिथीन की धरपकड़ की गई।
यहां पर दुकानदारों के पास से 6 किलोग्राम पॉलिथीन जब्त कर 3500 रूपए का जुर्माना दुकानदारों से वसूला गया। इसी प्रकार विजयनगर जोन में डेढ़ किलोग्राम पॉलिथीन जब्त किया गया। लेकिन दुकानदार के माफी मांगने एवं दोबारा प्रयोग न करने की अपील पर हिदायत देकर छोड़ दिया गया।