IN8@गाजियाबाद। प्राइवेटट स्कूलों द्वारा फीस माफ किए जाने की अभिभावकों की मांग के समर्थन में शुक्रवार को जिला कांगे्रस कमेटी एवं समाजवादी युवजन सभा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। कांग्रसियों ने अपनी मांग से संबंधित ज्ञापन भी सिटी मजिस्ट्रेट शिव प्रताप शुक्ल को सौंपा।
जिलाध्यक्ष बिजेंद्र यादव ने कहा कि पार्टी मांग कर रही है कि प्रदेश सरकार द्वारा संचालित सभी बोर्ड की विगत चार माह की फीस माफ की जाए। निजी स्कूलों में पढऩे वाले छात्रों की ड्रेस बार-बार न बदली जाए। शिक्षण संस्थानों में कार्यरत मान्यता, गैर मान्यता प्राप्त शिक्षकों व कर्मचारियों को सरकार कम से कम आठ हजार रुपये प्रति माह सहायता प्रदान की जाए। नए साल की पाठ्यपुस्तकों में बदलाव न किया जाए।
बच्चों की फीस बार-बार न बदली जाए। सरकार दस हजार रुपये प्रति माह देकर वकीलों का सहयोग करे। सरकारी लाभ नहीं लेने वाले लोगों के भवन एवं वाहन की ईएमआई माफ की जाए। भाजपा सरकार के कार्यकाल से लोग परेशान आ गए है और अब मौके की तलाश में हैं। तीर्थ नगरी में सत्य की आवाज को दबाया जा रहा है।
शहर बुरी स्थिति से गुजर रहा है और भाजपा लोगों का दिमाग भटका कर केवल तानाशाही कर सत्ता के नशे में चूर होती जा रही है। इस अवसर जलालुद्दीन सिद्दीकी, पूर्व पार्षद अमोल वशिष्ठ, सलीम सैफी, पीसीसी सदस्य त्रिलोक सिंह, सेवादल जिलाध्यक्ष मांगेगराम त्यागी, जितेेंद्र गौड़, श्रीचंद , नरेंद्र चौधरी, पूर्व पार्षद शिवानंद गौड़ समेत बड़ी संख्या में कांगे्रसी मौजूद रहे। वहीं समाजवादी युवजन सभा के तत्वाधान में फीस वृद्घि और लॉकडाउन के दौरान की फीस माफी के मुद्दे को लेकर भीख मांगकर अनोखे ढंग से प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व सपा युवजन सभा के पूर्व महानगर अध्यक्ष मनोज पंडित कर रहे थे। मनोज पंडित ने कहा कि अभिभावक मांग कर रहे हैं कि लॉकडाउन के दौरान तीन महीने की फीस माफ की जाए। जबकि, स्कूलों द्वारा अभिभावकों पर फीस के लिए दबाव बनाया जा रहा है। सपा नेता ने सवाल उठाया कि जब अन्य जनपदों में स्कूल फीस माफ कर सकते हैं तो गाजियाबाद में क्यों नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि आज अभिभावक आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। मनोज पंडित ने कहा कि आज गाजियाबाद में सांसद, राज्यसभा सांसद, 5 विधायक भाजपा के हैं। फिर भी अभिभावकों की आवाज कोई नहीं उठा रहा है। प्रदर्शन के दौरान लोहिया वाहिनी के निवर्तमान प्रदेश सचिव विक्रांत पंडित, कृष्ण यादव, सौदान गुर्जर, सत्यप्रकाश, आशु अब्बासी, सर्वेश यादव, उपेंद्र यादव, गुड्डू यादव, अंशु ठाकुर, विक्की सिंह, आरिफ, अभिषेक गौतम, जितेंद्र जाटव आदि मौजूद रहे।