सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलन्दशहर के कोतवाली ककोड़ में कोविड-19 महामारी अधिनियम व कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने के खिलाफ दर्ज मुकदमे को लोग महज पुलिस की औपचारिकता मान रहे हैं। जिसे लेकर दुकानदारों समेत आम लोगों में पुलिस का कोई खौफ नजर नहीं आ रहा है। कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों, रेहड़ी पटरी वालों और आम नागरिकों के खिलाफ कोतवाली पुलिस बीते एक माह में करीब पचास से अधिक मुकदमे दर्ज कर चुकी है। परंतु मुकदमों का न तो कोई डर लोगों के जहन में है।
और न ही पुलिस का खौफ। लोगों का कहना है कि गत वर्ष की भांति इस बार भी दर्ज मुकदमों को सरकार वापस ले लेगी। शायद यही बात लोगों के दिलोदिमाग पर है। कि ऐसे मुकदमों से उनका कुछ बिगड़ने वाला नहीं है। और दर्ज मुकदमे महज पुलिस की औपचारिकता। कोतवाली पुलिस और झाझर चौकी पुलिस रोजाना तीन से चार मुकदमे कर्फ्यू उल्लंघन में दर्ज करती है। जिसमें दुकानदार, रेहड़ी पटरी वाले समेत 15-20 अज्ञात ग्राहक और अन्य लोग होते हैं। परंतु पुलिस दुकानदार और रेहड़ी पटरी वालों को तो नामजद करती है।
लेकिन ग्राहकों को अज्ञात में दर्ज करती है। अब इन अज्ञात लोगों की फेहरिस्त इतनी लंबी हो जाएगी कि इनको खोज पाना पुलिस के लिए नाकाफी होगा।