सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलंदशहर के ककोड क्षेत्र के गांव धनौरा स्थित पंडित डालचंद कन्या ज्ञान मंदिर को जाने वाले रास्ते में थोड़ी बारिश होने पर ही रास्ता बिल्कुल कीचड भरा हो जाता है। बच्चियां विद्यालय में कीचड़ गंदगी से होकर जाने को मजबूर हो जाती है बेटियां। रास्ते में बारिश होते ही जलभराव और कीचड़ हो जाता है जिससे बेटियों को स्कूल आना जाना दुसवार हो जाता है।
आखिर ग्राम प्रधान शासन प्रशासन या जनप्रतिनिधि का आज तक इस तरफ ध्यान क्यों नहीं गया। अब या तो बेटियां स्कूल जाए तो कीचड़ पानी गंदगी या दीवार पर चढ़कर जाएं या बारिश होने पर प्रधानाचार्य को छुट्टी करने को मजबूर होना पड़ता है।क्योंकि स्कूल जाने वाला रास्ता कच्चा है। इस मामले में स्कूल की प्रधानाचार्य अलका रानी से बात की गई तो उन्होंने कहा हमने पिछले 15 साल से हर जगह शिकायत कर ली चाहे प्रधान हो जनप्रतिनिधियों हो शासन प्रशासन हो लेकिन कोई सुनने को तैयार नही है।
कोई रास्ता बनवाने को कोई तैयार नहीं हुआ।उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान का कहना है कि यहां पर कोई रास्ता है ही नहीं तो रास्ता कैसे बनाया जाए। स्कूल में पढ़ने वाली करीब सात सौ से भी अधिक बेटियों का भविष्य खतरे में आखिर क्यू है।अब बेटियां पढ़ने जाए तो या तो कीचड़ पानी से निकलकर जाए या फिर अपने घर पर बैठे बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान को ठेंगा दिखाता पंडित डालचंद कन्या ज्ञान मंदिर का यह कीचड़ भरा रास्ता।