गाजियाबाद। विजय नगर में भूड़भारत नगर में आर्मी की खाली पड़ी जमीन को धोखाधड़ी व जालसाजी से बेचने वाली महिला को सिहानी गेट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। 26 जून को सदर तहसील के उप निबंधक पंचम नवीन राय ने थाना सिहानी गेट में समीर मलिक पुत्र सलीम मलिक निवासी हबीब कालोनी जस्सीपुरा डायरेक्टर मैसर्स सैमटेक एसोसिएट्स प्राइवेट लिमिटेड ब्रज नगरी नंदग्राम, मजीद पुत्र अब्दुल अजीज निवासी ग्राम अर्थला मोहन नगर,ओमपाल पुत्र प्रेम चन्द्र निवासी प्रताप विहार विजय नगर,नीरज गर्ग पुत्र अरविन्द गर्ग निवासी चैंबर नंबर-134 सिविल कोर्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।आरोपियों ने धोखाधड़ी करके फर्जी व कूटरचित जालसाजी तरीके से ग्राम मिर्जापुर खसरा नंबर-529 की भूमि जिस पर सघन आबादी बसी हुई है,वह रिक्त पड़ी सेना की भूमि का नक्शा दर्शाकर 10.50 करोड़ रुपए में फर्जी रूप से बैनामा कर दिया गया था।
डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल ने बताया कि विवेचना के दौरान मुख्य आरोपी मजीद पुत्र अब्दुल अजीज निवासी ग्राम अर्थला मोहन नगर को गिरफ्तार कर पूर्व में जेल भेजा जा चुका है। मंगलवार को उक्त भूमि को धोखाधड़ी से अपने नाम कराने के लिए प्रवीन बेगम द्वारा वर्ष 2016 व 2019 में एसडीएम को संबोधित करते हुए दो प्रार्थना पत्र दिए थे। जमीन अपने नाम न होने पर अजयवीर सिंह के साथ मिलकर जमीन को विक्रय करने की योजना बनाई। चूंकि खसरा नंबर-529 के जो अभिलेख अभियुक्ता के पास थे। उसमे भूमि वर्ष 1931 मे इस्लामिया वक्फ की दर्शाई गई थी। जिसके आधार पर बिक्री नहीं हो सकती थी।
इसलिए योजना के तहत मजीद नाम के व्यक्ति को अपने साथ मिलाकर उसके नाम फर्जी रूप से पट्टा दर्शाया और उसी पट्टे के आधार पर और एसडीएम को दिए गए प्रार्थना पत्रों को आधार बनाकर अजयवीर सिंह के साथ मिलकर खसरा नंबर-529 को विक्रय कर दिया। विक्रय पत्र के साथ नक्शा सेना की भूमि का लगाया गया था और 529 के स्थान पर सेना की भूमि को अवैध रूप से कब्जा कर उसको बिल्डरों को ऊंचेदाम पर बेचकर सभी ने आर्थिक लाभ कमाने की योजना बनाई। भूमि विक्रय की जो धनराशि के लिए संयुक्त खाता अजयवीर व माजिद का खोला गया था। उससे 47 लाख रूपए प्रवीन बेगंम ने लाभ के रूप मे प्राप्त किया। आरोपी प्रवीन खान पत्नी स्वर्गीय सादव खान निवासी फिरदौस बिल्डिंग रमते राम रोड को मुखबिर की सूचना पर मंगलवार को उसके घर से गिरफ्तार किया गया।पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।