कुंभकरणी नींद सो रहे हैं नपा कर्मचारी और अधिकारी
आस मोहम्मद@नूंह—-शहर में विकास कार्यों को लेकर प्रशासन द्वारा भले ही बड़े-बड़े दावे किए जाते रहे हो,लेकिन हल्की सी बरसात होने पर ही नूंह शहर में इन दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। इस बार बरसात आने में थोड़ी देरी जरूर हुई है, लेकिन गुरुवार को आई बरसात से हुए जलभराव ने नूंह शहर के विकास की सारी पोल खोल कर रख दी है। शहर के तावडू चौक , गुरुग्राम अलवर मार्ग के साथ लगते सर्विस रोड नगर पालिका व पुराने उपायुक्त कार्यालय के रेडक्रॉस, डाकघर, महिला थाना परिसर में हुए जलभराव ने जहां लोगों की परेशानी को बढ़ा दिया है, वही अधिकारियों और कर्मचारियों को इन रास्तों से अपने दफ्तरों में जाना दुश्वार हो गया है। लोगों का कहना है कि पिछले कई सालों में शहर में विकास के नाम पर लोगों को ठगा गया है। आज शहर की मुख्य समस्याओं में जलभराव सबसे बड़ी समस्या है।
हर साल नालों की सफाई को लेकर नगर पालिका द्वारा लाखों रुपए के टेंडर छोड़े जाते हैं। लेकिन बरसात होने पर शहर की स्थिति जस की तस देखी जा सकती है। लोगों को कहना है कि प्रशासन को शहर की इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए। भ्रष्टाचार में लिप्त रहा नगर पालिका प्रशासन काफी समय से चर्चाओं में रहा है ।
शहर वासियों को नवनियुक्त चेयरपर्सन से कुछ उम्मीद जरूर है, लेकिन उन्होंने कार्यभार संभालने के बाद अभी तक शहर की किसी समस्या पर कोई खास ध्यान दिया नहीं दिया है। जिससे शहर के लोगों का शहर में बढ़ रही समस्याओं से दम घुट रहा है। लोगों का कहना है कि उन्होंने वोट शहर के विकास को लेकर अपने पार्षदों को दिए थे। लेकिन पार्षद कब शहर की समस्याओं की सुध लेते हैं इसका उनको कोई पता नहीं है। लोगों का कहना है कि पूरे 5 साल में शहर का कोई ज्यादा विकास पार्षदों नहीं कराया, लेकिन इतना जरूर है कि बीते समय में पार्षदों ने विभिन्न जगहों का भ्रमण करने के साथ-साथ अपना विकास जरूर किया है।