अब 17 पुलिस सेवाओं के लिए आधार नंबर दर्ज करने का होगा विकल्प
IN8@अम्बाला…आईटी के क्षेत्र में एक और पहल करते हुए हरियाणा पुलिस महानिदेशक डीजीपी मनोज यादव ने आज पंचकूला स्थित पुलिस मुख्यालय में हरियाणा पुलिस सेवाओं के साथ आधार डेटा के एकीकरण को शुभारंभ किया। इस अवसर पर एडीजीपी आपॅरेशन एवं आईटी अर्शिंदर सिंह चावला, जिनके मार्गदर्शन में यह एकीकरण संभव हुआ, एसपी आईटी वसीम अकरम और एनसीआरबी, गृह विभाग, अभियोजन विभाग समेत अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस पहल के साथ, नागरिकों के पास अब कैरेक्टर सर्टिफिकेट, पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट, डोमेस्टिक वेरिफिकेशन, टेनेंट वेरिफिकेशन, एम्प्लॉई वेरिफिकेशन, प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी वेरिफिकेशन, प्रोटेस्ट एवं स्ट्राइक रिक्वेस्ट, प्रोसेशन रिक्वेस्ट, इवेंट और परफॉर्मेंस रिक्वेस्ट, थ्रेट असेसमेंट वेरिफिकेशन, शिकायत का पंजीकरण, लॉस्ट प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन, आरटीआई का रजिस्ट्रेशन, साइबर कैफे का रजिस्ट्रेशन, होटल और कस्टमर्स का रजिस्ट्रेशन, एनओआरआई भारत लौटने की कोई बाध्यता नहीं एवं एनओसी समेत 17 सेवाओं के लिए हरियाणा पुलिस वेबपोर्टल-हरसमय पर अपना आधार नंबर दर्ज करने का विकल्प होगा।
नागरिकों द्वारा आधार नंबर दर्ज करने के बाद, उन्हें एक डिसक्लेमर पोस्ट पर सहमति के लिए कहा जाएगा। एक ओटीपी जनरेट होगा जिसके माध्यम से डेटा को आधार डेटाबेस से ऑटो रूप में लेकर सुविधा प्राप्त हो सकेगी। यह नागरिकों के लिए फायदेमंद होगा क्योंकि आधार से प्रमाणित आंकड़े विभिन्न फील्ड में पहले से ही हैं और उन्हें फिर से भरने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके अतिरिक्त, आधार में प्रवेश करना वैकल्पिक है और नागरिक यदि चाहें तो इस एकीकरण का लाभ नहीं लेने का विकल्प चुन सकते हैं।