सप्ताह में दो दिन लॉक डाउन कर भाजपा सरकार कर रही है गरीबों के रोजगार पर प्रहार

आस मोहम्मद@नूंह-मेवात….हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश में लगाए गए सप्ताह के अंदर दो दिन के लाक डाउन पर कांग्रेस के नेताओं ने कड़ा प्रहार करते हुए इसे गरीबों के रोजगार पर वार बताया है । इतना ही नहीं कांग्रेस के नेताओं ने जहां गरीब लोगों की दुकानों को बंद कर इसे गरीबों के लिए जहां उनका रोजगार छीनना बताया है, वही शराब की दुकानें खोलकर सरकार ने शराब माफियाओं के वारे न्यारे करने वाली बात बताई है। जैसे ही शनिवार और रविवार को नूंह जिले में बाजार बंद देखने को मिले तो वही कांग्रेसी नेताओं ने भाजपा सरकार पर वार करना शुरू कर दिया।
मेवात कांग्रेस एससी सेल के जिलाध्यक्ष मदन तंवर ने हफ्ते में दो दिन के लॉक डॉन का विरोध करते हुए कहा कि सरकार छोटे दुकानदारों के प्रति तानाशाही रवैया दिखा रही है। तंवर ने कहा कि खट्टर सरकार ने सरकारी शराब की दुकानों को दो दिन के लॉकडॉन नियम में शामिल न करके स्वार्थी होने का परिचय दिया है। इससे ये स्पष्ट होता है कि सरकार अपना फायदा और आमजन का नुकशान चाहती है। मदन तंवर ने कहा कि सरकार ने दुकानों पर नोकरी करने वाले गरीब लोगों के पेट पर लात मारी है, क्योंकि शनिवार व रविवार दो दिन की तनख्वाह घर बैठे गरीब मजदूर को शायद ही कोई दुकानदार देगा।


कांग्रेस किसान सेल के राष्ट्रीय सचिव अलीशेर टोंका ने कहा कि भाजपा सरकार ने 6 वर्षों में लगातार गरीब, मजदूरों और व्यापारियों का रोजगार छीनने का काम किया है। इतना ही नहीं लगातार घोटालों में शामिल रही भाजपा सरकार शराब माफियाओं को बढ़ावा देती रही है। आज जब प्रदेश में दो दिन का लाक डाउन सभी के लिए है तो वहीं भाजपा सरकार ने शराब की दुकानों को पूरी तरह से खोला हुआ है। अलीशेर टोका ने कहा कि आज गरीबों के लिए राशन की दुकानें बंद कर सरकार ने शराब की दुकानों को लगातार खोला हुआ है। सरकार चाहती है कि गरीब राशन ना खाएं लेकिन शराब जरूर पिए।


वहीं कांग्रेस के युवा नेता डॉक्टर साहिन सेमस का कहना है कि भाजपा सरकार में लगातार गरीब लोगों का रोजगार छिना गया है। करोड़ों युवाओं को रोजगार देने वाली भाजपा सरकार करोड़ों युवाओं का रोजगार छीनने का लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा सरकार कोरोना महामारी में भी पूरी तरह फेल हो चुकी है। साहिन सैमस ने कहा कि भाजपा सरकार के सप्ताह में 2 दिन के लोग डाउन में जहां गरीबों की राशन की दुकानों को बंद कर उनका दो दिन का रोजगार छीना जा रहा है वही शराब माफियाओं की शराब की दुकानों को खोलने की पूरी छूट दी गई है। इससे साबित होता है कि हाल के दिनों में सामने आए शराब घोटाले में सरकार की कोई ठोस कार्रवाई करने की मनसा नहीं है । इसीलिए जहां सरकार गरीबों को दो दिन के लिए दुकान बंद कर लोग डाउन लगा रही है, वही शराब की दुकानों को पूरी तरह से खोला जा रहा है।