Shamli Aas-Pass: ट्रक-कैंटर की भिड़ंत, टला हादसा

संवाददाता@ कैराना। बाईपास रोड पर ट्रक व कैंटर की भिडंत हो गई। गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुई।शुक्रवार देर रात झिंझाना बाईपास के निकट ट्रक व कैंटर के बीच भिडंत हो गई। भिडंत में कैंटर का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। कैंटर में सवार चालक व परिचालक को मामूली चोट आई, जिन्होंने कूदकर अपनी जान बचाई। जबकि ट्रक चालक ट्रक को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल की। उधर, दिनभर दोनों वाहनों के बाईपास रोड पर खड़े होने के कारण जाम की स्थिति बनी रही।

नशीली गोलियों के साथ एक पकड़ा
कैराना। पुलिस ने एक ड्रग्स तस्कर को नशीली गोलियों के साथ गिरफ्तार किया है।
शनिवार को पुलिस क्षेत्र में गश्त कर रही थी। इसी दौरान पुलिस ने गांव मोहम्मदपुर राई से एक ड्रग्स तस्कर को गिरफ्तार लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास से नशीला गोलियां बरामद हुई है। आरोपी का नाम उवैस पुत्र यूसुफ निवासी ग्राम मोहम्मदपुर राई बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसका चालान कर दिया है।

एक माह बाद भी नहीं सुलझी दोहरे हत्याकांड की गुत्थी

संवाददाता@ कैराना। ब्लाइंड डबल मर्डर की गुत्थी पुलिस एक माह बाद भी नहीं सुलझा पाई है। हत्यारों की धरपकड़ तो दूर की बात है, अभी तक शवों की शिनाख्त तक नहीं हुई है। तमाम प्रयासों के बावजूद भी कोई सफलता नहीं मिलने पर पुलिस की आस केवल संदिग्ध मकानों से लिए गए सैंपलों पर टिकी है। इनकी जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है।
गौरतलब है कि गत 20 मई की शाम कैराना क्षेत्र के गांव जगनपुर के जंगल से ईंख के खेत से दो अज्ञात लड़कियों के शव बरामद हुए थे। शवों की शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। इसके बाद घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड ने जांच की थी। फोरेंसिक विभाग की टीम ने भी साक्ष्य जुटाए थे। डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने भी घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए घटना का जल्द राजफाश करने के निर्देश दिए थे। वहीं, शवों की शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने उन्हें दफनवा दिया था। इस मामले में एसपी ने शवों की शिनाख्त और राजफाश के लिए चार टीमों को लगाया हुआ है। पुलिस शवों की शिनाख्त के लिए 25 हजार रूपये का इनाम देने की घोषणा कर चुकी है। पोस्टर भी कई जगहों पर चस्पा कराए गए हैं। इस बीच पुलिस कई लोगों से पूछताछ भी कर चुकी है। लेकिन, शनिवार को एक माह बीत जाने के बाद भी न ही तो पुलिस शवों की शिनाख्त करा पाई है और न ही हत्यारों का कोई पुख्ता सुराग पुलिस के हाथ लग पाया है। फिलहाल, पुलिस की आस आर्यपुरी देहात बंजारा बस्ती से दो संदिग्ध मकानों से लिए गए सैंपलों पर टिकी हुई है, जिनकी जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है। पुलिस द्वारा इन दोनों मकानों को सील भी कराया गया था।