जिलाधिकारी ने सिकंदराबाद के राज्यकीय संयुक्त चिकित्सालय पर मरीजों की व्यवस्थाओं का लिया जायजा


सुरेंद्र सिंह भाटी@बुलन्दशहर आज जिलाधिकारी श्री चन्द्र प्रकाश सिंह ने राजकीय संयुक्त चिकित्सालय सिकंद्राबाद का आकस्मिक रूप से स्थलीय निरीक्षण करते हुए अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए की गई व्यवस्था, चिकित्सकों के समय से अस्पताल आने, वार्डो में साफ-सफाई आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सर्वप्रथम पंजीकरण काउन्टर पर निरीक्षण के समय तक जारी किये गये।

चिकित्सा पर्ची के बारे में जानकारी हासिल की। साथ ही दवा वितरण काउन्टर पर दवा ले रहे मरीजों से भी दवा की उपलब्धता होने तथा किसी चिकित्सक द्वारा अस्पताल के बाहर से दवा लिखने आदि के बारे में जानकारी हासिल की। मौके पर उपस्थित मरीजों द्वारा दवा मिलने एवं इंजेकन/टीकाकरण के संबंध में कोई समस्या प्रकाश में नहीं लायी गई। दवा वितरण कक्ष में तीन फार्मासिस्ट (प्रशिक्षु) मौजूद मिले।

जिनके द्वारा दवा वितरण के साथ-साथ टीकाकरण एवं इंजेक्शन लगाये जाने का कार्य भी किया जा रहा है। अस्पताल में चिकित्सकों के समय से आने के संबंध में उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया गया। निरीक्षण के समय चिकित्सा अधीक्षक अनुपस्थित मिलने पर बताया गया कि वह परिवार नियोजन संबंधी सर्जरी के लिए शिकारपुर अस्पताल में जाने के बारे में जानकारी दी गई।

निरीक्षण के समय डॉ0 वैशाली अनुपस्थित मिली तथा डॉ0 ऋषी (ड्रेेमोटोलॉजिस्ट) अनुपस्थित मिली। बताया गया कि डॉ0 ऋषी के पिताजी जनपद बिजनौर में सीएमओ के पद पर तैनात हैं तथा यह अक्सर ड्यूटी से अनुपस्थित रहती है। डॉ0 गुरप्रीत के विषय में बताया गया कि इनकी रात्रि में ड्यूटी रहती हैं लेकिन यह गाजियाबाद जनपद में निवास करती है। इस संबंध में सीएमओ को निर्देश दिये गये कि उक्त प्रकरणों की जांच करते हुए संबंधित डॉक्टर के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित करें।

महिला वार्ड का निरीक्षण करते हुए आज मातृत्व दिवस के अवसर पर महिला मरीजों को देख रही चिकित्सकों से दिये जा रहे उपचार के बारे में जानकारी हासिल की। मातृत्व दिवस के अवसर पर फैमिली काउन्सलर कक्ष में कोविड के नियमों का पालन होता नहीं पाया गया, काफी संख्या में महिला एक ही कक्ष में एकत्रित थी एवं उनके द्वारा मास्क भी नहीं लगाये गये थे। इस कक्ष में उपस्थित मिली महिला चिकित्सक डॉ0 दीप्ति भगत को निर्देशित किया गया कि कक्ष में महिलाओं के बैठने हेतु उचित प्रबन्ध के साथ-साथ कोविड के नियमों का पालन सुनिश्चित कराये।

इस अवसर पर गर्भवती महिलाओं को लेकर आयी आशा श्रीमती शशी ग्राम महोपा जागीर से भी वार्ता करते हुए उनके भुगतान की स्थिति एवं माह में उनके द्वारा सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को लाकर कराये जाने वाली डिलीवरी के बारे में भी जानकारी हासिल की। महिला मरीजों से उनके अस्पताल सरकारी एम्बुलेंस से आने अथवा निजी वाहन से आने के बारे में जानकारी करने पर बताया गया कि वह अपने निजी वाहनों से आयी हैं।

इस संबंध में निर्देशित किया गया कि यह देखा जायें कि 108 अथवा 102 एम्बुलेंस के द्वारा आज सिकन्द्राबाद में मरीजों को अस्पताल तक लाये जाने हेतु विजीट तो नहीं दर्शायी गई है। यदि उनके द्वारा मरीजों को लाने हेतु विजीट दर्शायी गई हैं तो कार्रवाई की जाये। महिला वार्ड का निरीक्षण करते हुए चिकित्सकों को निर्देशित किया गया कि साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जायें। इसके उपरान्त ओपीडी कक्ष का निरीक्षण करते हुए ओपीडी में विभिन्न चिकित्सकीय कक्षों में जाकर चिकित्सकों द्वारा आज देखे गए कुल मरीजों एवं दिये गये उपचार के बारे में जानकारी हासिल की गई। नेत्र परीक्षण कक्ष में नेत्र परीक्षण हेतु पढ़ाये जाने वाले अक्षरों की बोर्ड की लाइट खराब पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल लाइट सही कराये जाने के निर्देश दिये।

साथ ही ओपीडी कक्ष में चिकित्सकों की विशेषज्ञता संबंधी एवं नाम के बोर्ड लगवाये जाने के भी निर्देश दिये गये। निरीक्षण के समय बताया गया कि अस्पताल परिसर में हाउसकीपिंग एवं गार्डनिंग हेतु ओन ग्लोबल नामक संस्था से करार किया गया है। किन्तु संस्था द्वारा न तो सफाई का कार्य संतोषजनक किया जा रहा है और न ही गार्डनिंग के संबंध में कोई कार्य किया गया है। इस संबंध में निर्देशित किया गया कि संबंधित संस्था को नोटिस जारी कर नियमानुसार प्रभावी कार्रवाई करें।

इसके साथ ही सप्ताह में एक दिवस विशेष सफाई अभियान चलाकर अस्पताल परिसर, ओपीडी एवं वार्डो आदि स्थलों पर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये। ब्लड जांच के संबंध में कतिपय मरीजों द्वारा शिकायत की गई कि खून की सारी जांचे इस अस्पताल में नहीं की जाती है। मात्र सीवीसी एवं हीमोग्लोबिन की जांच होती है, जिसके लिए भी रसायन की अनुपलब्धता बताई गई तथा अस्पताल में किडनी एवं गुर्दे संबंधी जांच नहीं होती।

इस संबंध में बताया गया कि अस्पताल में लैब में परीक्षण हेतु कई प्रकार के रसायनों की कमी होने के कारण सभी प्रकार की जांचे नहीं हो रही है। सीएमओ को निर्देशित किया गया कि अस्पताल में खून की जांच हेतु आवश्यक उपकरण एवं रसायन की उपलब्धता सुनिश्चित करायें। निरीक्षण के समय अस्पताल परिसर में बनी नाली गन्दी पाये जाने पर निर्देशित किया गया कि नाली की सफाई करायी जाये।


पीएम केयर फंड से अस्पताल में स्थापित कराये गये ऑक्सीजन प्लान्ट के क्रियाशील होने के संबंध में प्लान्ट का स्थलीय भ्रमण किया गया। ऑक्सीजन प्लान्ट की चाबी काफी देर बाद आने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि प्लान्ट को तत्परता से चलाये जाने हेतु किसी अन्य कर्मचारी की वैकल्पिक व्यवस्था भी सुनिश्चित रखी जाये। इस अवसर पर प्लान्ट को चलवाकर भी देखा गया। कोविड संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए अस्पताल में कोविड की सभी आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करायी जाये।

इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सिकन्द्राबाद सहित अन्य चिकित्सकीय स्टाफ उपस्थित रहे।