हरियाणा मजदूरी तलाशने गए मजदूरों के काफिले से भिडा कैंटर, दो की मौत

कई अन्य गंभीर रूप से घायल, पुलिस ने कैंटर कब्जे में लिया, चालक फरार
दीपक वर्मा@ शामली। कोरोना महामारी में मजदूरी तलाशने हरियाणा गए गढीपुख्ता के भाटू गांव के मजदूरों के छोटा हाथी मंे कैंटर द्वारा टक्कर मार देने से दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर हरियाणा पुलिस मौके पर पहुंची तथा शवों को कब्जे में लेकर घायलों को उपचार के लिए करनाल के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया। पुलिस की सूचना से मृतकों के परिजनों में भी कोहराम मच गया है। परिजन व भारी संख्या में ग्रामीण करनाल रवाना हो गए।
जानकारी के अनुसार कोरोना महामारी के दौरान लाखों की संख्या में दूसरे राज्यों में काम करने वाले प्रवासी मजदूर अपने-अपने घरों को लौट आए थे लेकिन काम धंधा न होने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति खराब होने लगी है, प्रवासी मजदूर काम धंधे की तलाश में यहां-वहां भटक रहे हैं।

गढीपुख्ता थाना क्षेत्र के गांव भाटू निवासी आठ-नौ लोग भी दो दिन पूर्व छोटा हाथी में सवार होकर लुधियाना में काम की तलाश में गए थे लेकिन काफी प्रयास के बावजूद भी उन्हें कोई काम नहीं मिला जिसके बाद मंगलवार की देर रात उक्त लोग करनाल होते हुए वापस गांव लौट रहे थे। बताया जाता है कि जब छोटा हाथी ने गांव बिडौली से पूर्व हरियाणा की सीमा में स्थित नंगला चैंक पार किया तभी सामने से तेज गति से आ रहे एक कंैंटर ने छोटा हाथी में जोरदार टक्कर मार दी, टक्कर इतनी भीषण थी कि छोटा हाथी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया जिस कारण उसमें सवार 24 वर्षीय सुनील पुत्र रमेश व 19 वर्षीय मोहित पुत्र धर्मवीर निवासी भाटू ने मौके पर ही दम तोड दिया जबकि अंकुर पुत्र नेत्रपाल, कार्तिक पुत्र राजकुमार, कपिल पुत्र पप्पू, केसपाल सहित अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

घटना के बाद आरोपी चालक कैंटर को मौके पर ही छोडकर फरार हो गया। आसपास से गुजर रहे राहगीरों की सूचना पर करनाल पुलिस मौके पर पहुंची तथा शव को कब्जे में लेकर घायलों को तुरंत करनाल के एक निजी चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती कराया जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मामले की सूचना तुरंत मृतक व घायलों के परिजनों को दी जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। परिजन व भारी संख्या में ग्रामीण करनाल के लिए रवाना हो गए। दूसरी ओर दो युवकों की मौत के बाद गांव में भी शोक की लहर दौड गयी है। परिजन महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है जिन्हें अन्य महिलाएं संभाल रही हैं।

डेढ साल के बच्चे के सिर से उठा पिता का साया
शामली। हरियाणा में हुई दुर्घटना में मौत का शिकार बने सुनील पुत्र रमेश की तीन साल पूर्व ही शादी हुई थी जिसे एक डेढ वर्ष का बच्चा भी है जिसके सिर से अब पिता का साया उठ गया है। सुनील की मौत से जहां अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है वहीं उसकी पत्नी भी बार-बार बेसुध हो रही है जिसे अन्य महिलाएं संभाल रही है। ग्रामीणों का कहना है कि लाॅक डाउन के कारण फैक्ट्रियां व अन्य काम धंधे बंद हो जाने से लोग मजदूरी के लिए यहां वहां भटक रहे हैं। गांव के युवा काम धंधे की तलाश में लुधियाना गए थे लेकिन वहां भी कोई काम नहीं मिला जिसके बाद वे वापस गांव लौट रहे थे लेकिन परिजनों को क्या पता था कि अब सुनील घर नहीं आ सकेगा। दूसरी ओर 19 वर्षीय मोहित की मौत होने से भी परिजनों में चीत्कार मची हुई है।