आपदा में एनडीआरएफ का बड़ा योगदान: डॉ.हर्षवर्धन

-एनडीआरएफ की 8वीं बटालियन में 10 बेड का कोविड-19 एल-1 अस्पताल की सौगात

प्रमोद शर्मा @ गाजियाबाद। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने कहा कि नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) का देश में आने वाली आपदा में बड़ा योगदान है। शनिवार को डॉ.हर्षवर्धन ने कमला नेहरूनगर स्थित एनडीआरएफ की 8वीं बटालियन में 10 बेड का कोविड-19 एल-1 अस्पताल का सुबह 11 बजे फीता काटकर उद्घाटन किया।

इस दौरान एनडीआरएफ के महानिदेशक सत्य नारायण प्रधान,सीएसआईआर (द कॉउंसिल फॉर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च) के महानिदेशक डॉ. शेखर सी मांडे, एसएन प्रधान (भापुसे), महानिदेशक एनडीआरएफ,एनडीआरएफ बटालियन के कमांडेंट पीके श्रीवास्तव आदि वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बटालियन के कमांडेंट पीके श्रीवास्तव ने बताया कि देश में एनडीआरएफ की 13 बटालियन हैं।

जिसका अपना अस्पताल तैयार करने वाली 8वीं बटालियन इनमें पहली है। एनडीआरएफ में सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई) रुड़की के सहयोग से जवानों और परिजनों के लिए चिकित्सालय का निर्माण किया गया। 10 बेड की क्षमता का पूर्ण रूप से वातानुकूलित चिकित्सालय सभी प्रकार की आधुनिकतम एंव आधारभूत सुविधाओं से लैस है।

भवन निर्माण के क्षेत्र में वैज्ञानिक तथा तकनीकी विकास हेतु समर्पित अग्रणी संस्था सीबीआरआई, रुड़की द्वारा इस चिकित्सालय का निर्माण किया गया। चिकित्सालय में ओपीडी, डिस्पेंसरी तथा विभिन्न प्रकार के टेस्ट के लिए लैबोरेटरी की भी व्यवस्था है। ब्लड प्रेशर तथा ऑक्सिजन की मात्रा जांचने के पैरा मॉनिटर, ईसीजी मशीन तथा डिफिब्रिलेटर से लैस अस्पताल के सभी बैड तक आक्सीजन की व्यवस्था की गई है।

कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए चिकित्सालय में आईसोलेशन वार्ड व कोरेंटाइन वार्ड भी बनाया गया हैं। सेंसर चलित वाशिंग प्वाइंट और हैंड सैनीटाइजेशन प्वाइंट भी दिए गए हैं। अस्पताल से आपदा प्रभावित क्षेत्र में ले जाकर स्थापित किया जा सकता है। इस अस्पताल में तापमान नियंत्रण हेतु थर्मल इन्सुलेटरस की व्यवस्था भी की गई है। वाटर प्रूफ होने के कारण किसी भी स्थान पर तथा किसी भी मौसम में प्रयोग में लाने योग्य है। केंद्रीय मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने कहा कि एनडीआरएफ के जवानों द्वारा आपदा के दौरान मानवीय सेवाओं में योगदान रहता है। उन्होंने कहा कि इनके बीच आकर रूबरू होने का मौका मिला है।

देश मेंं आने वाली कोई भी आपदा में एनडीआरएफ द्वारा रेस्क्यू चलाया जाता है। जवान अपनी जान पर खेलकर चुनौतियोंं का सामना करते हैं। इनकी वजह से आपदा में लोगों का जीवन बचाते है। कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए एनडीआरएफ द्वारा किए गए प्रयास की सराहना करते हुए डॉ.हर्षवर्धन ने कहा कि एनडीआरएफ में जवानों के लिए चिकित्सालय का शुभारंभ होने का लाभ मिलेगा। एनडीआरएफ के सुखद एंव गौरवपूर्ण भविष्य की कामना की। उद्घाटन के बाद डॉ.हर्षवर्धन ने सभी आगंतुकों एवं एनडीआरएफ जवानों ने संयुक्त रूप से बटालियन प्रांगण में पौधरोपण किया।