किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में भाकियू किसान सेना का प्रदर्शन

  • दोषियों पर कार्रवाई व स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग

दीपक वर्मा@शामली। भाकियू किसान सेना ने हरियाणा के पीपली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में मंगलवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया तथा प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। किसान सेना ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की भी मांग की। जानकारी के अनुसार भाकियू किसान सेना ने हरियाणा में पीपली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर गहरा आक्रेाश जताते हुए मंगलवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया तथा प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा। भाकियू किसान सेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता विक्रांत चैधरी ने कहा कि किसानों पर लाठीचार्ज कराना सरकार के तानाशाही रवैये को दर्शाता है, इसलिए किसान हित में हरियाणा सरकार को अपना इस्तीफा देना चाहए। उन्होंने लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर भी सख्त कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि उनका संगठन जल्द ही इस प्रकरण में रणनीति तय कर हर राज्य के पदाधिकारियांे को हरियाणा बुलाकर महापंचायत करेगा। आशीष चैधरी ने कहा कि जिस तरह सरकार उद्योगपतियों के कर्जे माफ कर रही है उसी तरह देश के अन्नदाता का भी सारा कर्ज सरकार को माफ करना चाहिए व देश के सभी राज्यों में स्वामीनाथ आयोग की रिपोर्ट को लागू करना चाहिए ताकि देश के किसानों की आय भले ही दोगुनी न हो लेकिन उन्हें लागत का डेढ गुना समर्थन मूल्य तो मिल पाए। सतेन्द्र जावला ने कहा कि सरकार को चुनाव के समय जिस तरह किसान याद आते हैं अगर किसान को सरकार पांच साल तक याद रख ले या कृषि प्रधान देश को किसान की समृद्धि और खुशहाली के लिए काम करे तो भी बेहतर है। उन्होंने लाठीचार्ज की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने, उद्योगपतियों की तरह संपूर्ण भारत में किसानों का कर्ज माफ करने, बिजली के नलकूपों की पावर 10 से बढाकर 12.5 हार्सपावर न करने, वर्ष 2020-21 की सभी स्कूलों की पूरी फीस माफ करने, सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का पालन कराते हुए किसानों का गन्ना भुगतान ब्याज सहित करने की मांग की। इस अवसर पर राहुल चैधरी, अशोक कुमार, कपिल शर्मा, इनाम खान, जगबीर सिंह, सहेन्द्र सिंह, भीम सिंह, अरशद, विकास, साहिल, पवन, जुबैर, इरफान आदि भी मौजूद रहे।