दिल्ली में डेंगू-मलेरिया के खात्मे को चलाई गई मॉस्किटो टर्मिनेटर ट्रेन

नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगमों ने मच्छरों से होने वाली बीमारियों को रोकने के लिए एक ‘मॉस्किटो टर्मिनेटर ट्रेन’ शुरू की है जो दिल्ली में गुजरने वाली रेलवे पटरियों के दोनों ओर 50-60 मीटर के भीतर एंटी लार्वा केमिकल का छिड़काव करेगी, जिससे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों के खतरे को कम किया जा सके। स्पेशल ट्रेन के ऊपर रखे ट्रक पर लगे पावर स्प्रेयर से केमिकल का छिड़काव किया जाएगा।

नगर निगमों अधिकारियों के अनुसार, ट्रेन 2 अक्टूबर (10 राउंड / ट्रिप) तक 10 दिनों में कीटनाशकों का छिड़काव करेगी। रेल पटरियों के साथ जल निकायों, गड्ढों और जेजे क्लस्टर्स समेत ऐसी सभी जगहों पर एंटी-लार्वा केमिकल्स का छिड़काव किया जाएगा, जहां केमिकल्स को मैन्युअल रूप से स्प्रे करना मुश्किल है। इस ट्रेन को इस महीने की शुरुआत में पूर्वी निगम (ईडीएमसी) और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) द्वारा शुरू किया गया था।

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की मेयर अनामिका मिथिलेश ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से विशेष ट्रेन चलाई जा रही है। यह उत्तरी निगम के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों को भी कवर करेगी।

यह हजरत निजामुद्दीन, लाजपत नगर, सेवा नगर, लोदी कॉलोनी, सफदरजंग, पटेल नगर, दिल्ली किशनगंज, सदर बाजार, सराय रोहिल्ला, इंद्रपुरी, मायापुरी, दयाबस्ती, दिल्ली छावनी और अन्य क्षेत्रों को कवर करेगा, जिसके बाद यह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर वापस आ जाएगी। जल निकायों के अलावा, ट्रेन रेल पटरियों के दोनों ओर बनाए गए झुग्गियों पर कीटनाशकों का छिड़काव करती है, जहां बारिश के बाद मच्छरों के प्रजनन की संभावना अधिक रहती है।

पूर्वी दिल्ली के इलाकों में, “मॉस्किटो टर्मिनेटर ट्रेन” नई दिल्ली से शुरू होती है और शाहदरा रेलवे स्टेशन, विवेक विहार, आनंद विहार और मंडावली की रेलवे लाइनों के आसपास केमिकल का छिड़काव करती है।ईडीएमसी के मेयर निर्मल जैन ने कहा कि मॉनसून के दौरान रेलवे लाइन के आसपास के गड्ढों में पानी जमा हो जाता है, जिससे मच्छरों के पनपने की संभावना बढ़ जाती है।

जैन ने कहा कि यह डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के खतरे को खत्म करने के लिए एक प्रभावी और गंभीर प्रयास है। यह एहतियाती उपाय मच्छर जनित रोगों से रेलवे लाइनों के पास रहने वाले हजारों लोगों को बचाएगा। 25 अगस्त को तीनों नगर निगमों- उत्तर, दक्षिणी और पूर्वी ने डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया रोगों के लिए जागरूकता अभियान चलाया था।