पीएम आवास से लोगों हो रहा मोहभंग, भवनों के बराबर भी नही हुए आवेदन

  • राजनगर एक्सटेंशन और रसूलपुर सिकरोड में निकाली प्रधानमंत्री आवास योजना
  • कल आवेदन की अंतिम तिथि, प्राधिकरण को थी दोगुना आवेदन आने की उम्मीद

प्रमोद शर्मा@ गाजियाबाद। प्रधानमंत्री आवास योजना के अब धीरे धीरे लोगो का मोह भंग हो रहा है। या फिर यूं कहें कोेरोना महामारी के कारण लोगों की पहले ही जेब ढीली हो चुकी है। जिस कारण लोग आवेदन करने के लिए सामर्थ नही उठा पा रहे है। बीते माह गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने राजनगर एक्सटेंशन और रसूलपुर सिकरोड में 1035 भवनों की योजना निकाली थी। योजना में आवेदन की अंतिम तारीख 10 जुलाई है, लेकिन अब तक भवनों के बराबर भी आवेदन जमा नहीं हुए हैं। दोनों योजनाओं में पीएम आवास के भवनों के लिए केवल 910 आवेदन हुए हैं। राजनगर एक्सटेंशन के मोरटा गांव में 540 पीएम आवास का निर्माण होना है, उस पर अब तक केवल 506 आवेदन हुए हैं। दूसरी ओर रसूलपुर सिकरोड में 489 पीएम आवास का निर्माण होना है। ऐसे में अब तक केवल 404 आवेदकों को ही आॅनलाइन आवेदन किया है। ऐसे में प्राधिकरण की ओर से प्रधानमंत्री आवास की इस योजना के आॅनलाइन आवेदन की तिथि आगे भी बढ़ाई जा सकती है। राजनगर एक्सटेंशन और रसूलपुर सिकरोड की बेहतर लोकेशन होने के बाद भी आवेदन नहीं आने से प्राधिकरण अधिकारियों की चिंता बढने लगी है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने कुल भवनों के दोगुना आवेदन आने की संभावना जताई थी। ऐसे में आॅनलाइन आवेदन की तिथि बढ़ाकर लोगों को एक और मौका दिया जा सकता है। प्रधानमंत्री आवास के हर भवन में दो कमरे, एक रसोई, एक बाथरूम और एक टॉयलेट की सुविधा होगी। लोगों की सुविधा के लिए पार्क, क्लब सहित अन्य सामुदायिक सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। जीडीए सचिव संतोष कुमार राय ने बताया कि कोरोना महामारी का समय होते हुए भी लोगों ने पीएम आवास योजना में रुझान दिखाया है। आखिरी दिन आवेदन की स्थिति को देखते हुए आगे निर्णय लिया जाएगा।