पूर्व सैनिक की जमीन पर अवैध कब्जा बुलन्दशहर

सुरेन्द्र भाटी@बुलन्दशहर : खुर्जा क्षेत्र के गांव मौजपुर में भू माफियाओं का कहर देखने को मिला है पूर्व सैनिक सत्यवीर शर्मा की जमीन पर भू माफियाओं ने कब्जा कर लिया है पूरे जीवन देश की सेवा कर फौज से कुछ पैसे कमाने के बाद कमाई हुई पूंजी से खरीदी जमीन पर भूमाफिया ने कब्जा कर लिया है, और सैनिक ने अपने पूरे जीवन की कमाई से जमीन खरीदी थी |

लेकिन अब पूर्व सैनिक सत्यवीर शर्मा, की जमीन पर भू माफियाओं का कब्जा है न्याय के लिए पूर्व सैनिक दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं लेकिन पूर्व सैनिकों को न्याय की कोई आस नहीं है बताया जा रहा है कि खुर्जा विधायक विजेंद्र सिंह के गांव के भू माफिया रहने वाले जिसके चलते उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है और खुर्जा विधायक विजेंद्र सिंह, पर भू माफियाओं के समर्थन करने का आरोप लग रहा है |

लेकिन आज पूर्व सैनिकों के दल ने एसडीएम खुर्जा लवी त्रिपाठी से मिल कर ज्ञापन के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है लेकिन न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं है पूर्व सैनिक सत्यवीर शर्मा, ने बताया कि डीएम, एसएसपी, सहित प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी पूर्व सैनिक शिकायत कर चुका है लेकिन बावजूद इसके उसे न्याय नहीं मिला और कई बार डायल 112 पर भी सूचना दी लेकिन पुलिस ने विधायक खुर्जा का नाम बता कर पूर्व सैनिक की कोई मदद नहीं की है|

हालांकि इस आरोप में कितनी सत्यता है यह तो जांच का विषय है लेकिन पूर्व सैनिक दर-दर की ठोकरें खा रहा है बुलन्दशहर में पूर्व सैनिकों के अध्यक्ष कर्नल अमर सिंह, ने कहां की किसी भी रिटायर फौजी को कोई भी समस्या होती है तो उनकी समस्या उठाने की जिम्मेदारी हम सब लोगों की है इसीलिए आज सभी पूर्व सैनिक मिलकर पूर्व सैनिक सत्यवीर शर्मा की मदद के लिए खुर्जा एसडीएम से मिले हैं |

और ज्ञापन के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है लेकिन अब देखना होगा कि आखिर पूर्व सैनिक की खून पसीने से कमाई हुई पूंजी की खरीदी हुई जमीन उनको वापस मिलती है या नही, जबकि पूर्व सैनिक सत्यवीर शर्मा की जमीन 22 साल पुरानी है जिसका बैनामा भी उनके पास है |

लेकिन बावजूद इसके अपनी जमीन पर पूर्व सैनिक कब्जा नहीं ले पा रहे हैं और पुलिस लगातार उनको प्रताड़ित कर रही है हालांकि पूरे मामले में जब पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो आला अधिकारी मीडिया के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है ।