सावन शिवरात्रि पर श्रद्धालु मंदिर में नहीं कर सकें जलाभिषेक

-महंत नारायण गिरी ने भगवान दूधेश्वर नाथ बाबा का किया रूद्राभिषेक

IN8@ गाजियाबाद। कोरोना महामारी को देखते हुए शिवरात्रि के अवसर पर सभी मंदिर बंद कर दिए गए हैं। दूधेश्वर मंदिर समेत किसी भी मंदिर में रविवार को सावन शिवरात्रि पर्व पर जलाभिषेक नहीं किया गया। बता दें कि प्रदेश सरकार ने पूरे प्रदेश में 55 घंटे का साप्ताहिक लॉक डाउन लागू कर रखा है, जिसके तहत गत शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक पूरी तरह से घर से निकलना प्रतिबंधित है और इसके लिए सरकार ने हर जिले में एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर को नोडल अधिकारी भी नियुक्त कर रखा है, जो 55 घंटे के लॉकडाउन का सख्ती से पालन करा रहे हैं।

इसके अलावा कोरोना महामारी के दौरान शिवरात्रि पर मंदिर में आनी वाली भीड़ को देखते हुुए पूर्व में ही दूधेश्वर मंदिर के कपाट को श्रृद्धांलुओं के लिए बंद कर दिया गया था। दरअसल, इस बार कोरोना संक्रमण के चलते शिवरात्रि पर सैकड़ों साल पुरानी परंपरा टूट गई है। शिवरात्रि पर प्रतिवर्ष जिले के सभी प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीषण भीड़ हुआ करती थी। शिवालयों में पैर रखने तक की जगह नहीं होती थी, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण ने सैकड़ों साल से चली आ रही परंपरा को ही बदलकर रख दिया है।

इस कारण न तो मंदिरों के बाहर और न भीतर भोलेभक्त दिखे और न वह रौनक। कुल मिलाकर सन्नाटे जैसी स्थिति है। प्रसिद्ध दूधेश्वर मंदिर परिसर भी सुनसान पड़ा रहा। रविवार को सावन शिवरात्रि पर श्री महंत नारायण गिरी एवं मंदिर समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग ,मंदिर समिति द्वारा भगवान दूधेश्वर नाथ बाबा का भव्य श्रृंगार एवं रुद्राभिषेक कर सावन शिवरात्रि मनाई गई।
मंदिर के महंत नारायण गिरी ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में पहली बार शिवरात्रि पर मंदिर में ऐसा माहौल देखा है।

जबकि मंदिर परिसर में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। कोरोना संक्रमण के कारण मंदिरों में जलाभिषेक पूरी तरह से प्रतिबंधित है। अगर कोई जबरदस्ती करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि किसी मंदिर में जलभिषेक की कोई मंजूरी नहीं दी गई है। सभी केवल अपने-अपने घर में ही पूजा करें, क्योंकि लॉकडाउन चल रहा है।