कथित किसान हितैषी अध्यादेश वापस लेने की मांग

  • राष्ट्रीय किसान मोर्चा ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

दीपक वर्मा@ शामली। राष्ट्रीय किसान मोर्चा ने केन्द्र सरकार द्वारा पारित कथित किसान हितैषी तीन अध्यादेश को वापस लेने की मांग करते हुए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है। जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय किसान मोर्चा पदाधिकारियों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। ज्ञापन में केन्द्र सरकार द्वारा पारित किए गए कथित किसान हितैषी तीन अध्यादेश वापस लिए जाने की मांग की गयी है। मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहाकि यह कानून किसान हितैषी नहीं है, बल्कि बडे पैमाने पर मात्र पूजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए यह कानून पारित किया गया है जिससे पूरे देश के किसानों में आक्रोश है। 17 अगस्त को भी राष्ट्रीय किसान मोर्चा ने देशव्यापी आंदोलन कर जिलाधिकारियों के माध्यम से उक्त अध्यादेश वापस लेने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने जो तीन अध्यादेश पारित किए हैं उनमें कृषि उत्पाद व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सहायता) अध्यादेश 2020, मूल्य आश्वासन एवं कृषि सेवाओं के करारों के लिए किसानों का सशक्तिकरण और संरक्षण अध्यादेश 2020 तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 में संशोधन। उन्होंने कहा कि यदि उक्त अध्यादेश वापस नहीं लिए गए तो 14 सितम्बर को 31 राज्यों के 550 जिलों में आने वाले तहसील मुख्यालयांे पर क्षेत्रीय विधायकों के पुतले जलाकर तीसरे चरण का आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने राष्ट्रपति से इन अध्यादेशों को तुरंत वापस लिए जाने की मांग की। इस अवसर पर इस अवसर पर सतीश कुमार, कंवरपाल, दीपाली, रणबीरी, शिव कुमार, रण कुमार आदि भी मौजूद रहे।