तहसील में भाकियू का हल्ला बोल, गूंजे मुर्दाबाद के नारे

तेल के दामों में वृद्धि से खफा भाकियू ने किया धरना-प्रदर्शन
पुलिस पर किसान उत्पीड़न का भी लगाया आरोप, सौंपा ज्ञापन
संवाददाता@ कैराना। पेट्रोल व डीजल के दामों में वृद्धि से नाराज भारतीय किसान यूनियन ने तहसील मुख्यालय पर हल्ला बोल दिया। इस दौरान धरना-प्रदर्शन करते हुए प्रशासन मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए। उन्होंने पुलिस पर किसानों का उत्पीड़न करने का भी आरोप लगाया। इस बाबत पीएम व सीएम के नाम एसडीएम को ज्ञापन पत्र सौंपा गया।
मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष गय्यूर हसन के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान पेट्रोल व डीजल के दामों में वृद्धि को लेकर कड़ी नाराजगी जताई गई। कार्यकर्ताओं ने कहा कि आज देश का किसान बड़ी मुश्किलों से जूझ रहा है। लॉकडाउन के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई हेतु सरकार द्वारा कोई भी सीधी धनराशि नहीं मिली है। इसी बीच सरकार द्वारा वन नेशन वन मंडी, आवश्यक वस्तु अधिनियम में बदलाव, कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग अध्यादेश, प्रस्तावित विद्युत अधिनियम संशोधन जैसे कानून लाकर किसानों की कमर तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। अब सरकार ने डीजल पर भारी भरकम एक्साइड ड्यूटी लगा दी है। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर किसानों का उत्पीड़न करने का भी आरोप लगाया। योगी प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। जब एसडीएम कार्यकर्ताओं के बीच धरनास्थल पर पहुंचे, तो उन्हें भी बैठा लिया गया। इसके कुछ देर बाद प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन दिया गया। उन्होंने किसानों का उत्पीड़न रोकने, डीजल-पेट्रोल के बढ़ाए गए दाम वापस लेने, किसानों का बकाया भुगतान कराने आदि की मांग की है। साथ ही, मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन करने की भी चेतावनी दी गई है। इस दौरान इमरान चैहान, जाहिद हसन, तालिब अली, रमेशचंद, मो. तौसीफ, राजेश प्रधान, इनाम, मुनव्वर आदि मौजूद रहे।