नालों की सफाई के लिए जीडीए ने इंदिरापुरम को चार जोन में बांटा

प्रत्येक टीम में 6 कर्मचारी विभिन्न इलाकों में कर रहे सफाई

IN8@ गाजियाबाद : मानसून की झमाझम बारिश पडऩे के बाद इंंदिरापुरम में लोगों को जलभराव की समस्या का सामना न करना पड़ रहा है। जीडीए ने इंदिरापुरम को चार जोन में बांटकर सफाई शुरू करा दी है। प्रत्येक जोन में जीडीए की तरफ से नाले-नालियों की सफाई के लिए टीम का गठन भी किया गया है। वहीं लोगों का आरोप है कि मानसून से पहले नालों की सफाई का रोस्टर तैयार होता है। लेकिन जमीनी स्तर पर महज खानापूर्ति कर कागजातों में योजना पूरी कर दी जाती है।  इंदिरापुरम निवासी विजय कुमार का कहना है कि अहिंसाखंड-2, 1 और कनावनी की तरफ प्रति वर्ष जलभराव से लोगों को दिक्कत होती है। कई बार तो सोसायटियों में पहुंचते-पहुंचते गाड़ी में नुकसान हो जाता है।

इसी तरह शिप्रा सन सिटी रोड, नीतिखंड, न्यायखंड, मकनपुर, अभयखंड, विधायक कालोनी, वैभवखंड में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए अभी तक नाले या नालियों की सफाई नहीं हुई है। कई जगहों पर तो मिट्टी का ढेर जमा हुआ है। इतना ही नहीं, लोगों ने रैंप बनाकर नालों को कवर किया हुआ है उनमें भी बीते वर्षों से सफाई नहीं हुई है। लोगों की इन्हीं तमाम शिकायतों पर जीडीए ने इंदिरापुरम को चार जोन में बांटकर नालों की सफाई शुरू करा दी है। मकनपुर में नाले की टीम ने करीब तीन दिनों में सफाई कर दी।

वहां पर मिट्टी का ढेर जमा हुआ था। इसके अलावा न्यायखंड, वैभवखंड समेत अन्य इलाकों को कुछ चार जोन में बांट दिया गया है। प्रत्येक जोन में छह टीमों को उतारा गया है। टीम के साथ एक जेसीबी मशीन भी है। जो समय के अनुसार छोटे-बड़े नालों की सफाई कर शिल्ट को उठा लेती है। जीडीए के ऐई अजीत कुमार का कहना है कि इंदिरापुरम में जिन इलाकों में जलभराव की समस्या बनने की आशंका थी। उन इलाकों में लगभग सफाई हो चुकी है। बाकी क्षेत्रों में टीमें काम कर रही हैं।