शाम 7 बजे तक खुले बाजार, लोगों की रही भीड

बाजार खुलने के समय में परिवर्तन से दुकानदारों के चेहरों पर राहत
भीड के कारण शहर में लगा जाम, फंसे रहे लोग
दीपक वर्मा@ शामली। कोरोना संक्रमण के बीच जिला प्रशासन द्वारा बाजारों के खुलने का समय सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक करने से दुकानदारों के चेहरों पर सुकून देखा गया। बाजारों में भी देर शाम तक अच्छी खासी भीड लगी रही। भीड के कारण बाजारों में जाम की स्थिति बनी रही जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पडा। वहीं सुबह के समय पुलिस की गाडियां भी सडकों पर घूमती रही ताकि कोई भी दुकानदार 9 बजे से पूर्व अपनी दुकानें न खोल लें। हालांकि गली मौहल्लों में कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें खोलकर सामानों की बिक्री भी की।

जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के बढते प्रकोप को देखते हुए कुछ दिन पूर्व डीएम जसजीत कौर ने बाजारों के खुलने का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर दिया गया था, हालांकि इस समय को लेकर दुकानदार व व्यापारी सहमत नहीं थे और वे लगातार डीएम को प्रार्थना पत्र देकर बाजारों के खुलने के समय को बढाने की मांग कर रहे थे। कुछ समय बाद जिला प्रशासन द्वारा बाजार खुलने का समय सुबह 7 से शाम 4 बजे तक कर दिया गया लेकिन दुकानदार लगातार जिला प्रशासन से बाजारों के खुलने का समय सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक करने की भी मांग कर रहे थे। बुधवार को डीएम जसजीत कौर ने नई गाइड लाइन जारी कर बाजारों के खुलने का समय सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक कर दिया गया, इससे दुकानदारों ने भी राहत की सांस ली।

दुकानदारों का कहना था कि दोपहर के समय भीषण गर्मी के चलते बाजारों मंे ग्राहक न के बराबर आते थे, अब बाजार शाम 7 बजे तक खोलने की छूट दी गयी है, इससे ग्राहक शाम के समय भी बाजार में पहुंच सकेंगे। वहीं पुलिस की गाडियां भी सुबह के समय बाजारों में घूमती रही ताकि कोई 9 बजे से पूर्व अपनी दुकानें न खोल सके। हालांकि गली मौहल्लों में स्थित दुकानदारों ने सुबह से ही चोरी छिपे ग्राहकों को सामान देना शुरू कर दिया था। दूसरी ओर बाजारों के समय में परिवर्तन होने से देर शाम तक बाजारों में ग्राहकों की अच्छी खासी भीड लगी रही जिसके कारण बाजारों में जाम की स्थिति बनी रही। गांधी चैंक, बडा बाजार, नया बाजार, कबाडी बाजार, नेहरु मार्किट, मिल रोड, रेलवे रोड, सुभाष चैंक, धीमानपुरा, भिक्की मोड, माजरा रोड पर स्थित दुकानों में लोगों ने शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं किया।