सरकार पर किसान विरोधी अध्यादेश लाने का आरोप

  • रालोद छात्रसभा ने राष्ट्रपति से की अध्यादेश वापस लेने की मांग

दीपक वर्मा@ शामली। राष्ट्रीय लोकदल छात्रसभा ने सरकार पर किसान विरोधी तीन अध्यादेश लाने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति से इन अध्यादेश को वापस लेने की मांग की है। छात्रसभा ने चेतावनी दी कि यदि इन अध्यादेशों को लागू किया गया तो रालोद को आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पडेगा।
जानकारी के अनुसार रालोद छात्रसभा जिला महासचिव राजन जावला के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे तथा राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। राजन जावला ने कहा कि सरकार द्वारा तीन अध्यादेश लाए गए हैं जो किसान विरोधी है। उन्होंने कहा कि कोई भी पेनकार्ड धारी किसानों की फसल को खरीद सकेगा और अगर पैसों के लेनदेन का विवाद होगा तो एसडीएम सुनवाई करेंगे। उन्हांेने आरोप लगाया कि सरकार मंडियों को खत्म करना चाहती है। अगर मंडी द्वारा किसानों की फसल की खरीद बिक्री न हुई तो एसएमपी रेट सरकार लागू नहीं कर पाएगी जिससे किसानों को सरकार द्वारा न्यूनतम निर्धारित मूल्य भी नहीं मिल पाएगा। मंडी में होने वाला व्यापारियों का कम्पीटिशन भी खत्म हो जाएगा जिससे किसानों केा नुकसान उठाना पडेगा। पहले जमाने की तरह ही बडे व्यापारी औने-पौने दामों में किसानों की फसल खरीद लेंगे और मनमर्जी तरीके से किसानों के साथ लूट होगी। अध्यादेश के लागू होने से सरकार भंडारण की सीमा खत्म कर देगी तब बडे व्यापारी किसान की फसल आने और किसानों की भंडारण क्षमता न होने के कारण सस्ते रेट में भंडारण कर लेंगे जिसकी वजह से वस्तुओं की कीमत बढ जाएगी इससे कालाबाजारी को भी बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि इन कानूनों के बाद बडे औद्योगिक घराने खेती कर सकते हैं, छोटे किसान उनके यहां अपनी ही जमीन पर नौकर बन जाएंगे, इस अधिनियम में किसानों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है। कांट्रेक्ट फार्मिंग की गाइडलाइन में फसलों के न्यूनतम मूल्य तक का जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि ये तीनों अध्यादेश ही किसान विरोधी है। इनके लागू होने के बाद किसानों का व्यापारियों व बडे घरानों द्वारा उत्पीडन होना शुरू हो जाएगा जिससे किसानों की हालत जमीदारी के समय से भी ज्यादा खराब हो जाएगी। उन्होंने राष्ट्रपति से इन अध्यादेशों को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि सरकार इन अध्यादेशों को लागू करने पर आमादा रही तो छात्रसभा को आंदोलन करने पर मजबूर होना पडेगा। इस मौके पर सन्नी, सौरभ शर्मा, फरमान, घनश्याम शर्मा, अभिमन्यु जावला, सुनित, मोनू डाबर, सन्नी, कुलदीप आदि भी मौजूद रहे।