कोरोना काल में छोटे व्यापारी को सरकार ने दिखाया ठेंगा

  • छोटे कारोबारी तथा मिडिल क्लास को सरकार दंे राहत
  • बच्चों की फीस, बिजली बिल व बैंक का ब्याज हो माफ-गर्ग

दीपक वर्मा@ शामली। पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष घनश्यामदास गर्ग ने कहा है कि कोरोना के संकटकाल में छोटे कारोबारी को सरकार ने कोई राहत नहीं दी जबकि छोटे व्यापारी और मिडिल क्लास संकट की इस घड़ी से उबारने के लिए राहत देना जरूरी था। उन्होंने कहा कि व्यापारियों ने प्रदेशभर में हजारांे रसोईयां चलाकर जरूरतमंदों को भोजन तथा राहत सामग्री वितरित कर पूरा सहयोग किया तथा लाॅकडाउन में आवश्यक वस्तुओं की चेन सप्लाई को बरकरार रखा।

जानकारी के अनुसार मंगलवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के सुभाष चैंक स्थित कार्यालय पर आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष घनश्यामदास गर्ग ने कहा कि अनलॉक-1 व अनलॉक-2 के बाद व्यापारी का कारोबार जो 80 दिनों से लगभग 80 प्रतिशत बंद था, खुलने पर व्यापारी के सामने अनेकों समस्याएं खड़ी हो गई, उसको व्यापार चलाना मुश्किल हो गया, व्यापारी आर्थिक तंगी महसूस कर रहा है। उधर मिडिल क्लास परिवार को सैलरी न मिलने तथा नौकरी समाप्त हो जाने के कारण आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।

व्यापारी के सामने बिजली के बिल, जीएसटी, इनकमटैक्स, बैंकों का ब्याज, कर्मचारियों के वेतन का दबाव बना हुआ है, ऐसे में सरकार को छोटे कारोबारी तथा मिडिल क्लास को राहत देनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार ने बड़े उद्यमियों व बड़े कारोबारियों को तो लाखों करोड़ों का आर्थिक पैकेज जारी कर राहत की घोषणा की मगर छोटे कारोबारी के लिए किसी भी प्रकार की राहत नहीं दी है। इस कारण मिडिल क्लास आमजन तथा छोटे कारोबारियों में निराशा है। उन्होंने कहा की छोटे कारोबारियों और मिडिल क्लास को कम से कम 3 माह का बिजली का बिल माफ करना चाहिए था तथा उसकी हाउस लोन व अन्य लोन की किस्त 3 माह की माफ होनी चाहिए थी, साथ ही छोटे कारोबारी का बैंक से लिए गए लोन लिमिट पर 3 माह का ब्याज माफ होना चाहिए। उन्हांेने कहा कि मिडिल क्लास के परिवारों के बच्चों की स्कूल की तीन माह की फीस की जिम्मेदारी सरकार को लेनी चाहिए क्योंकि 3 माह तक व्यापारियों का कारोबार बंद रहा, व्यापार ठप रहा, व्यापारी को इस संकट की घड़ी से उबरने के लिए यह अति आवश्यक है। सरकार ने छोटे कारोबारियों को इस संकट की घड़ी में ठेंगा दिखा दिया है। उन्होने केंद्र व प्रदेश सरकार से मांग की कि देश व प्रदेश के छोटे कारोबारियों तथा मिडिल क्लास जनों को उपरोक्त आर्थिक सहायता देकर उन्हें संकट की घड़ी से उबारने में सहयोग करें। इसी समस्या को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन सभी जिलों के जिलाधिकारियों को सौंपकर समस्याओं के समाधान की मांग की जाएगी। बैठक में सुभाष चंद धीमान, ब्रजभूषण संगल, पंकज वालिया, प्रदीप विश्वकर्मा, नरेंद्र अग्रवाल, रवि संगल, महेश धीमान, अनुज गोयल, मनोज मित्तल, शिवांक गर्ग आशु पुरी, पवन गोयल आदि उपस्थित रहे।