बुलंदशहर में नही थमा कोरोना का कहर 15 की और आयी रिपोर्ट पोसेटिव


सुरेन्द्र भाटी@बुलंदशहर बुधवार को आयी कोरोना रिपोर्ट के बाद जनपद में कुल कोरोना मरीजो की संख्या 1903 हो गई है। बुलंदशहर में जेल मे फिर मिला 01 कैदी समेत कुल 07, खानपुर में 01 , नरौरा में 04.गुलावठी में 02 तथा औरंगाबाद 01 समेत 17 की रिपोर्ट पाजीटिव आयी है। मृतको की संख्या अब 41 हो गयी है। एकिटव मरीजो की संख्या 304 व कोरोना को मात देकर ठीक हुए मरीजो की संख्या स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1558 बतायी जा रही है।

इधर अब सरकार ने कोविड की निगेटिव रिपोर्ट आने वालों की टीबी की जांच कराने का निर्णय लिया है। ‘सारी’ व आईएलआई के तहत चिन्हित निगेटिव रिपोर्ट वालों की सूची बनाकर जाँच की जायेगी प्रदेश के सभी जिलों में सीवियर एक्यूट रेस्परेटरी इलनेस (एसएआरआई) और इंफ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) के रोगी जो कोविड-19 जांच में निगेटिव पाए गए हैं| उनकी टीबी की जांच होगी । राज्य स्तर से प्रदेश के सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों को पत्र भेजा गया है|

जिसमें जनपद के जिला सर्विलेंस अधिकारी (आईडीएसपी) से कोविड-19 निगेटिव एसएआरआई (सारी) और आईएलआई की सूची प्राप्त कर उनकी टीबी की जांच कराना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं । महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मेजर डॉ. डीएस नेगी का कहना है कि कोविड-19 और क्षय रोग के कई लक्षण समान होते हैं। गत 31 जुलाई तक प्रदेश के सभी जिलों में चिन्हित सीवियर एक्यूट रेस्परेटरी इलनेस (एसएआरआई) के 38,324 और इंफ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) के 65, 595 के रोगी कोविड-19 जाँच में निगेटिव पाए गए हैं। इनमें कई संभावित क्षय रोगी भी हो सकते हैं जिनकी जनपद स्तर पर टीबी की जांच कराना आवश्यक है।

जिला क्षयरोग अधिकारी डा. एमके गुप्ता ने बताया कि सारी के निगेटिव रिपोर्ट वालों की सूची प्रत्येक सप्ताह जिला सर्विलेंस अधिकारी से लेकर ऐसे रोगियों की बलगम की सीबीनाट से क्षय रोग की जांच करायी जाए। जरूरत पड़ने पर चेस्ट एक्स-रे व अन्य जांच भी कराई जा सकती है। इसके अलावा आईएलआई के जिन मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है उनके घर सम्बंधित टीबी यूनिट कर्मचारियों द्वारा जाकर वर्तमान में क्षय रोग के लक्षण (बुखार, खांसी, वजन कम होना, रात्रि में पसीना आना, कान्टेक्ट हिस्ट्री आदि) की जानकारी प्राप्त की जाएगी ।

क्षय रोगी से कान्टेक्ट हिस्ट्री पाए जाने की दशा में उनके बलगम की सीबीनाट जांच व अन्य आवश्यक जांचें कराई जाएगी तथा जांच मे क्षय रोग की पुष्टि होने पर एेसे लोगो का विवरण निक्षय पोर्टल पर पंजीकृत किया जाएगा ।